अनेक लोग बाढ़ में फंसे, यातायात हो चुका ठप, राहत और बचाव कार्य जोरों पर जारी

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जिलों में बारिश के कारण फिर एक बार हालात बेकाबू होने लगे हैं। रविवार की रात और सोमवार सुबह से सभी जिलों में मूसलाधार बारिश जारी है। गड़चिरोली में दसवें दिन भी बारिश का कहर जारी रहा। बाढ़ के कारण अनेक गांव संपर्क क्षेत्र से बाहर हैं। अनेक मार्गों से यातायात ठप हो गया है। बाढ़ का पानी शहरों में घुस गया है, जिससे अनेक लोग बाढ़ में फंस गए हैं। प्रशासन द्वारा उन्हें निकालने का कार्य शुरू किया गया है।
गड़चिरोली की सभी 12 तहसीलों में लगातार दसवें दिन भी अतिवृष्टि और बाढ़ का कहर जारी है। जिले के 29 स्थानों का यातायात बाढ़ के कारण ठप है। भामरागढ़ से सटी पर्लकोटा नदी का पानी भामरागढ़ शहर में घुसने से शहर पूरी तरह जलमग्न हो गया है। लगातार बढ़ रही जलजमाव की स्थिति के कारण स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। इस दौरान बाढ़ में फंसे एक मरीज को नांव के सहारे अस्पताल पहुंचाया गया। चंद्रपुर जिले की भद्रावती, चिमूर, वरोरा तहसील में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। अनेक मार्ग बंद हैं। इस दौरान चिमूर शहर में बाढ़ आ गई वहीं माजरी में बाढ़ आने की आशंका है।
यवतमाल जिले में लगातार बारिश के कारण की बाभुलगांव तहसील में बेंबला बांध के 20 गेटे खोले गए, जिससे बाभुलगांव बाढ़ की चपेट में आ गया। वहीं बाभुलगांव तहसील के नांदुरा पुलिया के पास खेत में गए 2 किसान बाढ़ में घिर गए। उन्होंने एक पेड़ पर चढ़कर खुद की जान बचाने का प्रयास किया। बचाव दल दोनों को बाहर निकाल लिया। वहीं विदर्भ मराठवाड़ा की सीमा से बहनेवाली पैनगंगा नदी में बाढ़ आ गई है। गाजेगांव पुलिया फिर पानी में डूब गई। जिससे विदर्भ और मराठवाड़ा का संपर्क दूसरी बार टूट गया है।
वर्धा जिले में गत 24 घंटे से जारी बारिश के कारण नदी व नालों में बाढ़ आ गयी। अनेक मार्ग बंद किए गए हैं। जिले की सात तहसील के 42 गांवों का संपर्क टूट गया है।
अमरावती जिले के अपर वर्धा, शहानूर, बगाजी सागर, पूर्णा, सपन और चंद्रभागा प्रकल्प के गेट खोलकर पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है। साथ ही तट पर स्थित गांव के कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। जिले में 41 घरों को बारिश से मामूली क्षति पहुंची। वहीं जिले में 19 परिवार के 92 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया। अनेक गांवों का संपर्क टूट गया है।
गोंदिया जिले में 24 घंटों में 30.8 मिमी बारिश हुई। अर्जुनी मोरगांव में अतिवृष्टि होने से काफी नुकसान हुआ है। पुजारीटोला के 4 गेट खोले गए। भंडारा जिले में बारिश से फिर एक बार हालात बेकाबू होने लगे हंै। िले के दस राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि दर्ज की गई है। गोसीखुर्द बांध के सभी दरवाजें खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
बाढ़ में बहने से दो छात्राें की माैत
यवतमाल शहर के राधाकृष्ण नगर जांबरोड परिसर निवासी एक छात्र नाले में बह गया, जिसे तुरंत ढूंढकर निकाला गया। अस्पताल ले जाने के बाद चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस दौरान मृत छात्र की मां ने स्कूल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यह घटना सोमवार की सुबह हुई। मृतक का नाम जय शंकरराव गायकवाड (12) है।
भंडारा की पवनी तहसील के आसगांव के नाले में ट्यूशन जाते समय विद्यार्थी बह गया। दो घंटे बाद स्थानीय प्रशासन ने उसका शव पानी से निकाला। मृतक का नाम दीपेेश विनोद ब्राह्मणकर (11) है। वर्धा की आर्वी तहसील के महाकाली गांव के समीप धाम नदी दो किनारे दो कार सवार बाढ़ में फंस गए। कुछ लोगों की मदद से उन्हें निकाल लिया गया।
Created On :   18 July 2022 8:50 PM IST