मेडिकल को मार्च महीने में मिलेगी सीओटू लेजर मशीन, कील-मुहांसों का बिना दर्द के होगा उपचार
डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) के चर्म रोग विभाग को मार्च महीने में नई मशीन मिलने वाली है। दो साल से चर्म रोग विभाग में सीओटू लेजर मशीन का इंतजार किया जा रहा था। इस महीने मशीन की खरीदी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसका सर्वाधिक लाभ युवा वर्ग को मिलेगा। खरीदी प्रक्रिया अंतिम चरण में मेडिकल के चर्म रोग विभाग द्वारा पिछले दो साल से सीओटू लेजर मशीन का इंतजार किया जा रहा था, लेकिन हाफकिन कंपनी की तरफ से खरीदी प्रक्रिया में विलंब होने से यह मशीन मेडिकल में नहीं पहुंच पाई थी। यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए मेडिकल के चर्म रोग विभाग प्रमुख ने कंपनी के साथ कई बार बातचीत की थी। अब उनका प्रयास सफल हो पाया है। हाफकिन द्वारा खरीदी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। 2019 में इसका प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसके बाद कोरोनाकाल के चलते खरीदी मेें विलंब हुआ था। कोरोनाकाल के बाद भी खरीदी प्रक्रिया की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। चर्म रोग विभाग प्रमुख डॉ. जयेश मुखी ने इसके लिए निरंतर प्रयास किया, तब जाकर खरीदी प्रक्रिया पूरी की गई। सीओटू मशीन के लिए 13 लाख रुपए की निधि हाफकिन को दी गई है।
युवाओं को मिलेगा लाभ
मेडिकल चर्म रोग विभाग में हर रोज 250 से अधिक पीड़ित अपना उपचार करवाने के लिए आते हैं। उनमें 50 फीसदी युवा होते हैं। युवाओं में कील-मुहांसे की समस्या अधिक पाई जाती है। फास्ट फूड, जंक फूड, अनियमित खानपान व हार्मोन्स के बदलाव के चलते कील-मुहांसे की समस्या आम बात हो चुकी है। सीओटू मशीन से उपचार आसानी से हो सकेगा। कील-मुहांसे समेत त्वचा पर आने वाली छोटी-बड़ी गांठों का उपचार भी मशीन से किया जा सकेगा। ऑपरेशन की जरूरत नहीं होगी। लेजर ऑपरेशन के दौरान दर्द नहीं होगा। ऑपरेशन में काफी कम समय लगेगा।
मार्च में लगेगी मशीन
डॉ. जयेश मुखी, विभाग प्रमुख के मुताबिक चर्म रोग विभाग में प्रतीक्षारत सीओटू लेजर मशीन मार्च महीने में लग जाएगी। इससे सर्वाधिक लाभ युवाओं को मिलेगा। दो साल से इस मशीन की खरीदी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। अब इसकी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। मशीन मिलने के बाद अप्रैल से मशीन से उपचार शुरू हो सकेगा।
Created On :   28 Jan 2023 4:47 PM IST