मंत्री दादा भुसे ने संजय राऊत को मातोश्री की रोटी खाकर शरद पवार की नौकरी करने वाला बताया
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मंत्री दादा भुसे ने मंगलवार को शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राऊत के ट्वीट का जवाब देते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार का उल्लेख किया तो राकांपा विधायक नाराज हो गए। खुद पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले राऊत को महागद्दार बताते हुए कहा के वे मातोश्री (उद्धव ठाकरे का निजी आवास) की रोटी खाते हैं और शरद पवार की नौकरी करते हैं। नाराज राकांपा विधायक भुसे का बयान कामकाज से हटाने की मांग करते हुए 50 खोके एकदम ओके, दादा भुसे मुर्दाबाद जैसे नारे लगाने लगे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि55 सालों से समाज हित में काम कर रहे हमारे राष्ट्रीय नेता पवार साहब के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या बोल चुके हैं यह सभी को ध्यान रखना चाहिए। भुसे को उनके नाम का उल्लेख करने की कोई जरूरत नहीं थी। इस तरह अनादर करते हुए शरद पवार का नाम लेने को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि भुसे शरद पवार को लेकर दिए अपने बयान को लेकर माफी मांगे और उसे वापस लें।अध्यक्ष ने कहा कि वे जांच के बाद कुछ आपत्तिजनक पाए जाने पर उसे निकालने का फैसला लेंगे। लेकिन राकांपा विधायकों ने नारेबाजी जारी रखी। इसके बाद भुसे ने सफाई दी कि मैंने शरद पवार का नाम आदर से ही लिया था। अध्यक्ष बयान की जांच कर सकते हैं उसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। दरअसल राऊत ने एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि मंत्री दादा भुसे के विरोध में किसान सड़क पर आ गए हैं। गिरणा एग्रो के नाम से 178 करोड़ 25 लाख के शेयर्स किसानों से इकठ्ठा किए गए। लेकिन कंपनी वेबसाइट पर केवल 1 करोड़ 67 लाख के शेयर्स और 47 सदस्यों के नाम दिखाए गए हैं। यह लूट है जल्द ही धमाका होगा। भुसे ने कहा कि अगर इस मामले में मैं दोषी साबित हुआ तो मंत्रिपद और विधायकी से इस्तीफा देते हुए राजनीति से सन्यास से लूंगा। आरोप झूठे साबित हुए तो हमारे वोटों पर राज्यसभा पहुंचने वाले महागद्दार को राज्य सभा की सदस्यता और सामना के संपादक पद से इस्तीफा दे दें। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आश्वासन दिया कि अगर भुसे के बयान में जांच के बाद कुछ आपत्तिजनक मिला तो उसे कामकाज से निकाल दिया जाएगा। इसके बाद राकांपा सदस्य शांत हुए। मामले में मंत्री शंभूराज देसाई ने भी राऊत के ट्वीट पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि शरद पवार के लिए हमारे मन में भी आदर है लेकिन हमारे वोटों से जीतने वाला हमें सुअर, नाले का प्राणी, प्रेत बोलता है। हमारे वोटों से जीते महागद्दार को हमारे बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
Created On :   21 March 2023 9:47 PM IST