- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मेट्रो विज्ञापन में नाम नहीं होने...
मेट्रो विज्ञापन में नाम नहीं होने पर उखड़े पालकमंत्री राऊत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महामेट्रो नागपुर रेल परियोजना की एक्वॉ लाइन का उद्घाटन समारोह मंगलवार को राजनीतिक दंगल में तब्दील हो गए। जिसमें नाराजगी, निशाने और सवाल के तीर चले। मेट्रो के विज्ञापन में पालकमंत्री सहित जिल के अन्य मंत्रियों के नाम नहीं होने से नाराजगी जताते हुए अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी से 50 हजार रोजगार देने को लेकर सवाल भी किया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भी पलटवार कर कहा कि मिहान से मैंने 28 हजार रोजगार दिए। जिनकी सूची मेरे पास है। उधर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी इस दंगल में कूद पड़े। युती टूटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस को पुचकारने के साथ ‘माझी मेट्रो’ के नाम पर सवाल खड़े कर दिए। मंगलवार को यह दंगल राजनीतिक चर्चाओं की सुर्खियों में रहा।
मिहान से 50 हजार रोजगार दिए या नहीं ?
डॉ. नितीन राऊत ने कहा कि नागपुर मेट्रो संकल्पना धीरे-धीरे साकार हो रही है, उसकी दिल से खुशी है। आज पूरे नागपुर जिले में नागपुर मेट्रो की ओर से विज्ञापन प्रकाशित किए गए हैं, लेकिन उसमें पालकमंत्री और राज्य के मंत्री का नाम नहीं दिया गया है। इस पर महामेट्रो काे ध्यान देना चाहिए। नागपुर देश का हृदय है साथ ही टुरिज्म नागपुर का ग्रोथ इंजन है। यहां बड़े उद्योग को लाने का प्रयास करना चाहिए जिससे नागरिकों को रोजगार मिलेगा। देवेंद्र फडणवीस यहां के रहने वाले हैं। फिर भी उनके कार्यकाल में बड़े उद्योग नहीं आए। जब मिहान की शुरुआत हुई थी तो केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने 50 हजार रोजगार देने की बात कही थी। नागपुर मेट्रो का प्रस्ताव भी तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने रखा था, उसी के कारण आज यह कार्यक्रम हो पाया है। राऊत ने कहा कि पालकमंत्री और राज्य के मंत्री का नाम नहीं होने पर मैं संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्रवाई भी करूंगा।
यह मेट्रो किसी की नहीं है, सभी की है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडिओ लिंक के माध्यम से उद्घाटन किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मेरे मित्र देवेंद्र फडणवीस हम एक गाड़ी में सवार नहीं हुए, लेकिन एक स्टेशन पर साथ में ही पहुंचे हैं। कार्य के लिए हम एक दूसरे का साथ और हाथ कभी नहीं छोड़ेंगे। मैंने कभी श्रेय नहीं लिया और आगे भी नहीं लूंगा। हमें सिर्फ जनता का आशीर्वाद चाहिए। नागपुर में जारी और शुरू होने वाले प्रकल्पों में कभी रुकावट नहीं आएगी। शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे का सपना मुंबई-पुणे एक्सप्रेस पूरा करने के लिए नितीन गडकरी का आभार मानता हूं। इसके साथ ही उन्होंने माझी मेट्रो नाम पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि माझी मेट्रो का मतलब मेरी मेट्रो होता है। यह मेट्रो किसी की नहीं है, यह सभी की मेट्रो है। विकास की मेट्रो है। इसका नाम इस तरह से नहीं रखा जाना चाहिए। साथ ही मेट्रो का स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी भी नागरिकों की है।
Created On :   28 Jan 2020 9:34 PM IST