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भूकंप शब्द हटते ही दूर हो गई मंत्री वडेट्टीवार की नाराजगी, संभाला पदभार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य सरकार में वजनदार विभाग न मिलने से नाराज चल रहे कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार की नाराजगी दूर करने में कांग्रेस को सफलता मिली है। शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद वडेट्टीवार ने अपने सरकारी बंगले पर पदभार स्वीकार कर लिया। वडेट्टीवार के पास फिलहाल अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), सामाजिक व शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग, विमुक्त जाति, घुमंतु जनजाति, और विशेष पिछड़ा वर्ग कल्याण, खार भूमि विकास, भूकंप पुनर्वसन विभाग है। इसके अलावा वडेट्टीवार को मदद व पुनर्वसन विभाग दिया जाएगा। मदद व पुनर्वसन विभाग फिलहाल शिवसेना के वनमंत्री संजय राठोड़ के पास है।
वडेट्टीवार ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी पर नाराज नहीं था। कांग्रेस के हिस्से का मदद व पुनर्वसन विभाग शिवसेना के पास चला गया था। इसको लेकर मेरी नाराजगी थी। वडेट्टीवार ने कहा कि विभागों के बंटवारे में कांग्रेस के हिस्से मदद व पुनर्वसन विभाग आया था। मंत्रियों के विभागों के बंटावारे के समय मुझे मदद व पुनर्वसन आवंटित किया जाना था। लेकिन मदद व पुनर्वसन विभाग शिवसेना के मंत्री राठोड़ को दे दिया गया। इसको लेकर मेरी नाराजगी थी। इस पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बताया कि मदद व पुनर्वसन विभाग शिवसेना से लेकर मुझे यह विभाग दिया जाएगा। वडेट्टीवार ने कहा कि मदद व पुनर्वसन विभाग किसानों को न्याय और आधार देने वाला विभाग है। इसलिए मैं मदद व पुनर्वसन विभाग चाह रहा था। वडेट्टीवार ने कहा कि मेरे पारिवारिक कारणों से मैं कुछ दिनों से लोगों के संपर्क से दूर था।
एक सवाल के जवाब में वडेट्टीवार ने कहा कि ओबीसी जनगणना का फैसला केंद्र सरकार को करना है। राज्य विधानमंडल ने इसकी सिफारिश की है। वडेट्टीवार ने कहा कि ओबीसी, मराठा समाज और धनगर समाज को न्याय देने का प्रयास किया जाएगा।
वडेट्टीवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस को मिले विभागों को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। उन्होंने उस नाराजगी का समर्थन किया था। अब आपदा मदद व पुनवर्सन विभाग के माध्यम से वे बेहतर काम करके दिखाएंगे। यह विभाग किसानों से जुड़ा है। विविध आपदाओं में प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए सरकार की योजनाओं को गति देने का प्रयास करेंगे। गौरतलब है कि महाविकास आघाडी सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार में वडेट्टीवार को शामिल किया गया। उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग, शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग, सामाजिक पिछड़ा वर्ग , विमुक्त भटक्या जाति कल्याण , खार जमीन विकास, भूकंप पुनर्वसन विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। विभाग को लेकर वडेट्टीवार करीब 5 दिन तक नाराज रहे। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सारे स्वागत कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया।
मुंबई में कांग्रेस की बैठक से दूर रहने लगे थे। पिछली सरकार में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे वडेट्टीवार पूर्व विदर्भ में कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं। उन्हें समझाने का प्रयास प्रदेश अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने किया। वडेट्टीवार के मामले को लेकर थोरात दिल्ली भी गए थे। वडेट्टीवार को प्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का समर्थक माना जाता है। वडेट्टीवार की नाराजगी को लेकर भाजपा की ओर से बयान आने लगे थे। पूर्व िवत्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार , पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने वडेट्टीवार को भाजपा में शामिल होने का आमंत्रण दे दिया था।
Created On :   10 Jan 2020 9:25 PM IST