जिले को कर रहे गुमराह, दूसरी लहर में मौतें छिपाई, अब पॉजिटिव मरीजों पर पर्दा डालने का खेल!

डिजिटल डेस्क सिवनी। तीसरी लहर की आशंका के बीच मंगलवार को सिवनी में एक और महिला कोरोना संक्रमित पाई गई। यह महिला सोमवार को पॉजिटिव पाए गए रघुनाथ नगर सीवी रमन वार्ड निवासी 28 वर्षीय युवक की भाभी बताई जा रही है। महिला को जिला अस्पताल परिसर स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में बनाए गए कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है, जहां 28 वर्षीय युवक उपचाररत है। 19 अगस्त को पॉजिटिव आने के बाद कालीचौक क्षेत्र निवासी 45 वर्षीय इंजीनियर का भी इसी वार्ड में उपचार किया गया है, जो स्वस्थ होने के बाद सोमवार को डिस्चार्ज भी हो गया है। तीसरी लहर की बलवती होती आशंकाओं व प्रदेश व देश में बढ़ते मरीजों के साथ ही सिवनी में भी 10 दिन के भीतर तीन पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं, लेकिन आश्चर्यजनक तरीके से सीएमएचओ डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने मंगलवार की शाम प्रेस विज्ञप्ति जारी की है कि जिले में एक्टिव कोरोना पॉजिटिव वर्तमान में कोई भी केस नही है। वर्तमान में कोई भी मरीज अस्पताल में उपचाररत् नहीं है और होम आईसोलेशन में किसी भी मरीज को नहीं रखा गया है। इससे सवाल यह उठ रहा कि कहीं स्वास्थ्य विभाग की बागडोर संभाल रहे अधिकारी जिले को गुमराह तो नहीं कर रहे हैं, क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी ऐसा ही रवैया अपनाया गया था। दूसरी लहर के दौरान ही जिला अस्पताल में भर्ती 200 से ज्यादा मरीजों का कोविड प्रोटोकाल से अंतिम संस्कार कराया गया था, जिसकी तहरीर भी बकायदा थाना भेजी गई थी।
46 वर्षीय है महिला
मंगलवार को पॉजिटिव पाई गई 46 वर्षीय महिला शहर के कटंगी रोड विवेकानंद नगर वार्ड की रहने वाली बताई जा रही है। यह महिला भी सोमवार को पॉजिटिव पाए गए रघुनाथ नगर सीवी रमन वार्ड निवासी अपने 28 वर्षीय देवर के साथ कार से पिण्डदान करने बिहार के गया गई थी। गया में कार खराब होने के कारण ट्रेन से 25 दिसंबर की रात को जबलपुर तक आए थे। जबलपुर से 25 दिसंबर की रात को 9 बजे एसी बस में सवार होकर रात 11 बजे सिवनी पहुंचे थे। सिवनी आने के बाद युवक को बुखार व सर्दी-खांसी की शिकायत हुई और वह 27 दिसंबर की सुबह जिला अस्पताल पहुंचा, जहां रैपिड टेस्ट में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर हड़कंप के बीच तत्काल कोविड वार्ड में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। सोमवार को युवक के माता-पिता व पत्नी का भी रैपिड टेस्ट कराया गया, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। यह जानकारी सामने आने पर कि उसकी 46 वर्षीय भाभी भी साथ में पिण्डदान करने के लिए गई थी, तब मंगलवार को रैपिड टेस्ट हुआ, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही महिला को कोविड वार्ड में एडमिट कर उपचार किया जा रहा है। दोनों के सेंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं।
बढ़ सकते हैं पॉजिटिव
जिला मुख्यालय में ही दस दिन के भीतर तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। बिहार के गया से सिवनी आने के बाद युवक व महिला के पॉजिटिव मिलने से यह संभावना भी बढ़ गई है कि अब और भी कोरोना संक्रमित मरीज मिल सकते हैं। इसके बावजूद अफसर रोको टोको अभियान, मास्क के इस्तेमाल व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गंभीरता से कदम उठाने के बजाय गलत बयानी कर रहे हैं। जिला मुख्यालय में ही हर सार्वजनिक स्थल, शासकीय कार्यालय, बस स्टैण्ड, दुकानों, बाजारों में कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही हैं। आलम यह है कि अफसर सर्किट हाउस चौराहे से लगे ग्राउण्ड में ट्रेड फेयर की अनुमति देकर लोगों का मजमा लगवाने में जुटे हैं।
इनका कहना है-
इस संबंध में सीएमएचओ से जानकारी ली जाएगी। इसके बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा।
- डॉ. राहुल हरिदास फटिंग, कलेक्टर
यदि कोई कोरोना पॉजिटिव सामने आया है और उसका जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है, तो वास्तविक स्थिति को छिपाना उचित नहीं है। वास्तविक स्थिति नहीं बताई जाएगी, तो लोग कोविड प्रोटोकाल के पालन को लेकर गंभीर नहीं होंगे। ऐसे में दूसरी लहर जैसे हालात भी बन सकते हैं।
- राजकुमार खुराना, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी
Created On :   28 Dec 2021 11:25 PM IST