मोहन भागवत ने कहा - जातियों को ऊंच और नीच बताना गलत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जाति व्यवस्था को भगवान ने नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि समाज में कोई ऊंच और नीच नहीं है। शास्त्रों का आधार लेकर पंडित लोग जाति व्यवस्था के बारे में बताते हैं, वह सब झूठ है। हम जाति और जाति की श्रेष्ठता की परिकल्पना में अटक कर भ्रमित हो गए हैं। हम लोगों को इस भ्रम को दूर करना है। रविवार को प्रभादेवी में भागवत ने संत शिरोमणी संत रोहिदास जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सम्मेलन को संबोधित किया। भागवत ने कहा कि रोहिदास ने काफी उपेक्षा सहन किया था। लेकिन उन्होंने सत्य को खोजा था। रोहिदास ने पाया था कि सत्य ही ईश्वर है। इसके रूप और नाम अलग-अलग हो सकते हैं। भागवत ने कहा कि कोई काम बड़ा अथवा छोटा नहीं होता है। किसी व्यक्ति के काम के आधार पर श्रेष्ठ और कनिष्ठ की पहचान करना चूक है।
भागवत ने कहा कि किसका जन्म कहां पर हुआ है। इससे उसकी श्रेष्ठता को तय नहीं किया जा सकता है। श्रेष्ठता व्यक्ति के गुणों से तय होती है। परिश्रम करके गुण कोई भी हासिल कर सकता है। भागवत ने कहा कि भारत में बेरोजगारी का बड़ा कारण श्रम प्रतिष्ठा का अभाव है। हमें खुद को श्रम की प्रतिष्ठा पैदा करनी चाहिए। काम के लिए हाथ में हूनर होना चाहिए। अब भी हाथ से काम करने वाले लोग ज्यादा कमाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में हर कोई सरकारी नौकरियों के लिए दौड़ता है। विश्व का कोई भी समाज 30 प्रतिशत से अधिक सरकारी नौकरी नहीं दे सकता है।
Created On :   6 Feb 2023 6:48 PM IST