मौसम बदलते ही मच्छरों ने कर दिया जोरदार हमला, घरों के बाहर खड़ा होना मुश्किल, कैमिकल का भी असर नहीं

Mosquitoes attacked strongly as the weather changed, it was difficult to stand outside the houses
मौसम बदलते ही मच्छरों ने कर दिया जोरदार हमला, घरों के बाहर खड़ा होना मुश्किल, कैमिकल का भी असर नहीं
मौसम बदलते ही मच्छरों ने कर दिया जोरदार हमला, घरों के बाहर खड़ा होना मुश्किल, कैमिकल का भी असर नहीं

दिखावे के लिए कभी-कभी निकलती हैं फॉगिंग मशीनें, लाखों खर्च के बाद भी राहत नहीं, अब जब तक मच्छरों के प्रजनन पर रोक नहीं लगती तब तक इनकी आबादी बढ़ती ही रहेगी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
मौसम का मिजाज क्या बदला एक नई मुसीबत मच्छरों के रूप में सामने आ गई। ठंड में तो लोग घरों के बाहर आराम से टहल सकते थे, खड़े हो सकते थे, लेकिन अब तो हालात ये हैं कि घर के बाहर 5 मिनट रुका नहीं जा सकता है। मच्छरों ने नाक में दम कर दिया है। बाजार क्षेत्रों में तो स्थिति और भी खराब है। सिविक सेंटर, फुहारा, रसल चौक, गोरखपुर, मदन महल, गढ़ा, रानीताल आदि क्षेत्रों में तो मच्छरों की पूरी फौज लोगों पर टूट पड़ती है। दिखावे के लिए नगर निगम फॉगिंग मशीन चलाता है, लेकिन उससे अब मच्छरों पर कोई असर नहीं हो रहा है, बल्कि जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद ही किया जा रहा है। नगर निगम की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैया के चलते इन दिनों शाम होते ही मच्छरों का हमला शुरू हो जाता है जो  पूरी रात चलता है। लोग दो मिनट भी चैन से खड़े नहीं हो सकते हैं। ऐसा नहीं कि मच्छरों का यह हमला शहर के किसी क्षेत्र विशेष में हो, बल्कि पूरा शहर ही इनकी जकड़ में नजर आ रहा है। ठंड में गायब रहे मच्छर अचानक ही हजारों-लाखों की संख्या में सामने आ गए हैं और यदि इन्हें जल्द ही नियंत्रित नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कोरोना से परेशान लोगों को मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के खतरों का सामना करना पड़ेगा। 
 कैमिकल तो मच्छरों के लिए परफ्यूम बन गए जानकार बताते हैं कि मच्छरों ने उन कैमिकल के विरुद्ध इम्यूनिटी डेव्हलप कर ली है जिनसे पहले वे मर जाते थे। यही कारण है कि अब उन पर न तो डीडीटी का असर होता है और न ही  मेलाथियॉन का। नगर निगम जिन फॉगिंग मशीन, हैंड स्प्रे मशीन आदि से मच्छरों को मारने के लिए स्प्रे करती है उनमें मेलाथियॉन और किंगफाग कैमिकल मिलाया जाता है। इन कैमिकल का अब मच्छरों पर असर ही नहीं होता है। इस प्रकार नगर निगम लाखों रुपए बेकार में ही खर्च कर रहा है। 
16 टीमों को लगाया गया है
मच्छरों पर नियंत्रण के लिए अब हर जोन में एक टीम का गठन किया गया है जिसके पास हैंड स्प्रे मशीनें हैं और उन्हें निर्देश है कि वे नालियों और नालों में नियमित तौर पर कैमिकल का स्प्रे करें। घरों, कॉलोनियों, दुकानों, बाजारों के साथ ही सार्वजनिक क्षेत्रों में भी फॉगिंग का धुआँ कराया जा रहा है। 
भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम
 

Created On :   12 March 2021 10:10 AM GMT

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