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मोटर व्हीकल से बिगड़ रही पोल्यूशन की स्थिति, अनेक प्रकरणाें में पीयूसी सर्टिफिकेट ही नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पोल्यूशन कम करने के लिए सरकार पौधारोपण पर जोर दे रही लेकिन वास्तव में वाहन द्वारा बढ़ रहे पोल्यूशन पर कोई कंट्रोल नहीं है। जिससे शहर में पोल्यूशन की स्थिति खराब होती जा रही है इसमें सबसे ज्यादा पोल्यूशन मोटर व्हीकल द्वारा होता है। इसको लेकर पीयूसी(पोल्यूशन अंडर कंट्रोल) सर्टिफिकेट बनाने का नियम है, लेकिन अब भी कई लोग पीयूसी सर्टिफिकेट नहीं बनवाते हैं या फिर रिन्यू नहीं करवाते हैं, जिससे एयर पोल्यूशन बढ़ता जा रहा है। मार्च में आरटीओ द्वारा पीयूसी के लिए 204 वाहनों की जांच की गई थी, जिसमें सबसे ज्यादा वाहनों का पीयूसी सर्टिफिकेट बनवाया ही नहीं। अभी भी वाहन चालक पीयूसी सर्टिफिकेट बनवाने के लिए गंभीर नहीं है।
अब तक हुई कार्रवाई
शहर में पीयूसी सर्टिफिकेट न होने और एक्सपायर होने पर कार्रवाई की जाती है। जिसमें ज्यादातर प्रकरणों में पीयूसी सर्टिफिकेट नहीं है। एक माह में बिना पीयूसी के 41 वाहन दोषी पाए गए। और एस्पायर्ड पीयूसी के 27 मामले हुए हैं। अब तक बिना पीयूसी के कुल 312 और पीयूसी एक्सपायर्ड के 430 प्रकरणों पर चालानी कार्रवाई की गई है। इससे अब तक शहर आरटीओ के राजस्व में 19 लाख 23 हजार रुपए जमा हुए हैं।
बढ़ रही वाहनों की संख्या
शहर में पोल्यूशन की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। शहर के हर क्षेत्र में विकास कार्य जारी है, लेकिन इन विकासकार्यों के चलते शहर की वायु में पीएम 2.5 की मात्रा बढ़ती जा रही है। इसमें शहर में चल रहे मोटर व्हीकल के कारण बढ़ रहा है। अगर आंकड़ों पर ध्यान दें तो शहर में वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। 1 मई से 24 मई तक नागपुर शहर आरटीओ में 1500, पूर्व आरटीओ में 3945 और ग्रामीण आरटीओ में 3119 नए व्हीकल रजिस्टर हुए हैं। कुल मिलाकर 24 दिन में 8 हजार 564 वाहन नए वाहन रजिस्टर हो चुके हैं। नियमों के अनुसार गाड़ियों को पीयूसी सर्टिफिकेट लेना आवश्यक है। जिसे हर 6 माह में रिन्यू करवाना पड़ता है।
Created On :   25 May 2019 5:35 PM IST