मुंबई को मिलेगा सातवां टर्मिनस- उत्तर भारत के यात्रियों की राह होगी आसान

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। लंबी दूरी के रेल टर्मिनस पर पिछले कुछ वर्षों में यात्रियों का लोड बढ़ा है। इसे देखते हुए मुंबई के उपनगरीय मार्ग पर एक और रेल टर्मिनस बनाए जाने की जरूरत महसूस हो रही थी। अब आगामी जून 2024 तक मुंबई को जोगेश्वरी टर्मिनस के रूप में सातवां रेल टर्मिनस मिल जाएगा। इस टर्मिनस के बन जाने पर उत्तर भारत के यात्रियों की राह आसान हो जाएगी। बताया जा रहा है कि यहां से उत्तर भारत के लिए भी ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। पश्चिम रेलवे ने सोमवार को जोगेश्वरी रेल टर्मिनस निर्माण का टेंडर खोला। 60 करोड़ रुपए की लागत से जोगेश्वरी रेल टर्मिनस बनाया जाएगा। पहले चरण में कुल 48 करोड़ रुपए का टेंडर पश्चिम रेलवे ने ओपन किया है।
योजना के मुताबिक पश्चिम रेलवे के जोगेश्वरी टर्मिनस पर दो प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। जिसमें एक आईलैंड प्लेटफार्म और दूसरा होम प्लेटफॉर्म शामिल है। इस तरह से जोगेश्वरी टर्मिनस पर कुल तीन लाइनें होंगी। जहां से उत्तर भारत सहित गुजरात के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। नया रेल टर्मिनस जोगेश्वरी और राम मंदिर स्टेशन के बीच पूर्व दिशा में बनाया जाएगा। रेल अधिकारियों का अनुमान है कि इस टर्मिनस के निर्माण से खासकर बांद्रा टर्मिनस और बोरीवली स्टेशन पर होने वाली भीड़ कम हो जाएगी। जोगेश्वरी टर्मिनस मुंबई का सातवां रेल टर्मिनस होगा।
जोगेश्वरी में पश्चिम रेलवे का यह नया टर्मिनस, पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल डिवीजन से उत्तर भारत और गुजरात को जोड़ेगा। खास बात यह है कि उत्तर भारत के अलावा गुजरात जाने वाले यात्री अपनी सुविधा अनुसार बोरीवली से ट्रेन पकड़ते हैं। जोगेश्वरी टर्मिनस पर 24 डिब्बों की ट्रेनों को चलाने की क्षमता होगी। इस टर्मिनस के बन जाने से अधिक ट्रेनों का परिचालन होने के साथ ही मौजूदा रेल टर्मिनस पर वर्तमान में होने वाली भीड़ भी काफी हद तक कम हो जाएगी। ऐसा अनुमान रेलवे द्वारा लगाया जा रहा है।
लोकल को मिलेगी रफ्तार
जोगेश्वरी में टर्मिनस का निर्माण होने से मुंबई से गुजरात और उत्तर भारत सहित अन्य राज्यों में जाने वाली ट्रेनों को जोगेश्वरी से चलाया जाएगा। जोगेश्वरी टर्मिनस बन जाने पर मुंबई सेंट्रल से अंधेरी के बीच रेल पथ क्लियर होने से लोकल ट्रेनों की रफ्तार तो बढ़ेगी। साथ ही उपनगरीय लोकल सेवाओं को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
बोरीवली की भीड़ होगी कम
जोगेश्वरी टर्मिनस के निर्माण के बाद मुंबई और गुजरात के बीच चलने वाली करीब 12 विशेष ट्रेनें हैं, जो अहमदाबाद, बड़ोदा, और गांधीनगर के लिए चलती हैं, उन्हें जोगेश्वरी से चलाया जा सकता है। क्योंकि 70 प्रतिशत यात्री बोरीवली से ट्रेन पकड़ते हैं। जोगेश्वरी टर्मिनस से गुजरात के लिए ट्रेनें चलने पर बोरीवली स्टेशन पर होने वाली भीड़ कम हो जाएगी। फिलहाल मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस से उतर भारत और गुजरात की अधिकतर ट्रेनों का परिचालन सीजन में होता है।
वर्तमान में मुंबई में 6 रेल टर्मिनस हैं
जोगेश्वरी टर्मिनस मुंबई का सातवां रेल टर्मिनस होगा। वर्तमान में पश्चिम रेलवे में मुंबई सेंट्रल टर्मिनस, दादर टर्मिनस, बांद्रा टर्मिनस के अलावा मध्य रेलवे में मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर टर्मिनस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस ऐसे कुल मिलाकर 6 रेल टर्मिनस हैं।
सुमित ठाकुर, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम रेलवे के मुताबिक इससे यात्रियों को खासी सुविधा मिलेगी
जोगेश्वरी से ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, बोरीवली स्टेशन, अंधेरी-घाटकोपर मेट्रो, ये महत्वपूर्ण ठिकाने नजदीक हैं। यहां के लोगों को दूर न जाना पड़े, इसलिए यहां टर्मिनस होने से लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी। नए टर्मिनस की मांग काफी समय से हो रही थी। जोगेश्वरी टर्मिनस के निर्माण की लागत 60 करोड़ रुपए तय की गई है। पहले चरण में 48 करोड़ रुपए का टेंडर खोला गया है। जून 2024 तक जोगेश्वरी टर्मिनस को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
Created On :   21 March 2023 8:42 PM IST