दोस्त को मारना चाहता था खुद ही जान से हाथ धो बैठा, लेन-देन के चलते हुई हत्या

Murder : A friend killed his friend by crushing head with a stone
दोस्त को मारना चाहता था खुद ही जान से हाथ धो बैठा, लेन-देन के चलते हुई हत्या
दोस्त को मारना चाहता था खुद ही जान से हाथ धो बैठा, लेन-देन के चलते हुई हत्या

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हुड़केश्वर थानांतर्गत मित्र ने ही पत्थर से सिर कुचलकर मित्र की हत्या कर दी है। लेन-देन के चलते हुई इस घटना का खुलासा शनिवार की सुबह हुआ है। प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मृतक विशाल दिलीप मानकर (21) गारगोटीपुरा के पास सुदाम नगरी निवासी था, जबकि आरोपी उसकी बस्ती का दोस्त रोहित उर्फ छोटू हरीश शाहू (23) है। शनिवार की सुबह करीब 7 बजे के दौरान गारगोटीपुरा के आगे नाले के पास खून से सनी हालत में विशाल का शव पाया गया था। पत्थर से सिर पर वार कर हत्या की गई थी।  

सूचना मिलते ही आला पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव के पास में ही एक मोटरसाइकिल खड़ी थी। शव की पहचान के दौरान ही पुलिस को पता चला कि मोटरसाइकिल विशाल के ही किसी मित्र की है, जिससे पुलिस को हत्या में विशाल के ही किसी मित्र की लिप्तता होने की आशंका हुई। जिसके चलते विशाल और रोहित के करीब आठ दस संदिग्ध मित्रों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। पूछताछ के दौरान अन्य मित्र पुलिस के सवालों का जवाब दे रहे थे, लेकिन रोहित कोई जवाब नहीं दे पा रहा था। तब पुलिस ने रोहित के साथ सख्ती बरती, तो वह टूट गया और उसने विशाल की हत्या का  राजफाश कर दिया।  

खुद ही ज्यादा शराब पीने से योजना फेल हुई 
नाले के पास मैदान में जब विशाल और रोहित गए, तब विशाल के पास शराब की बोतल थी। दोनों ने मिलकर शराब पी। रोहित ने कम शराब पी, और विशाल ज्यादा दारू गटक गया। रोहित ने जब रुपए मांगे, तो फिर से उनमें विवाद हुआ। रुपए देने से इनकार करने पर रोहित ने भारी पत्थर उठा कर विशाल के सिर पर दे मारा, जिससे उसकी मौत हो गई। प्रकरण से विशाल द्वारा रोहित को ज्यादा शराब पिला कर संभवत: उसकी हत्या करने का इरादा था। इसी कारण रुपए देने का झांसा देकर वह रोहित को अंधेरे में नाले के पास ले गया था, लेकिन नशा ज्यादा होने से दांव उलटा पड़ गया और खुद ही मारा गया। अपर आयुक्त श्यामराव दिघावकर, जोन क्र. 4 के उपायुक्त नीलेश भरने, सहायक उपायुक्त किशोर सुपारे, निरीक्षक सत्यवान माने, उपनिरीक्षक मंगेश कावरे, सचिन धर्मेजवार, राजेंद्र यादव, नीलेश, परेश, विलास, संतोष, सचिन और देवचंद ने कार्रवाई में हिस्सा लिया है।  

दस हजार देने का झांसा देकर विशाल ही ले गया था 
रोहित सेट्रिंग का काम करता है। विशाल और रोहित का घर पास में ही है। बचपन से ही विशाल और रोहित में मित्रता है, हालांकि रोहित विवाहित है और डेढ़ वर्षीय पुत्री का पिता है। विशाल की आमदनी कम होने से हमेशा वह रोहित से रुपए मांगते रहता था। दरअसल विशाल कैटरिंग का सामान या फिर कोई छोटा सा मिनी मालवाहन खरीदना चाहता था। इस कारण उसने रोहित से रुपए मांगे थे। काम धंधे के लिए रुपए लगने से रोहित ने करीब 40 हजार रुपए डेढ़ वर्ष के भीतर विशाल को दिए थे। हालांकि रुपए लेते समय विशाल ने रोहित को बहुत जल्द रुपए वापस करने की बात कही थी। 

मगर डेढ़ वर्ष होने के बाद भी उसने रोहित को रुपए वापस नहीं किए थे। जिस कारण गत कुछ महीनों से रोहित ने विशाल के पीछे रुपए वापस करने के लिए तगादा लगाया था। रोहित का कहना था कि भले ही वह उसके पूरे रुपए वापस नहीं कर सकता है, तो कम से कम उसे जरूरत होने से करीब 10 हजार रुपए भी तो दे। इस बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। रात करीब नौ बजे के दौरान विशाल ने रोहित को फोन किया और उसे रुपए देने का झांसा देकर नाले के पास बुलाया था। इस कारण मित्र की नई मोटरसाइकिल मांग कर वह ले गया था।  

Created On :   20 May 2018 12:30 PM GMT

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