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सप्ताहभर का होगा नागपुर सत्र, फडणवीस बोले- सिर्फ नाम का ही अधिवेशन, दो हफ्ते तक तो चले
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी 16 दिसंबर से नागपुर में शुरु होने वाला विधानमंडल का शीतकालिन सत्र एक सप्ताह का होगा। सोमवार से शुरु होने वाला सत्र शनिवार तक चलेगा। मंगलवार को विधानभवन में हुई कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस दौरान भाजपा की तरफ से अधिवेशन दो सप्ताह तक चलाने की मांग की गई। विधान परिषद सभापति रामराजे नाईक निंबालकर व विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में हुई कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि 16 दिसंबर से शुरु होने वाला शीतकालिन सत्र 21 दिसंबर, शनिवार तक चलेगा। इस दौरान पहले दिन 2019-20 की पूरक मांग सदन की पटल पर रखी जाएगी। एक सप्ताह के अधिवेशन के दौरान अध्यादेश पेश करने के अलावा दो दिनों तक राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। सत्र के चौथे व पांचवे दिन पूरक मांगों पर चर्चा होगी। इस बार शनिवार को भी कामकाज होगा।
मुख्य न्यायधीश शरद बोबडे के लिए अभिनंदन प्रस्ताव
विधानमंडल के शीत सत्र के दौरान सुप्रीम कोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायधीश शरद बोबडे के लिए अभिनंदन प्रस्ताव पेश किया जाएगा। श्री बोबडे नागपुर के मूल निवासी हैं। सत्र के दौरान विधान परिषद में 7 अशासकिय विधेयकों पर चर्चा होगी। बैठक में विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और भाजपा विधायक आशीष शेलार ने मांग कि की नागपुर शीतकालिन सत्र दो सप्ताह तक चलाया जाए। बैठक के बाद भाजपा विधायक शेलार ने बताया कि हमनें बैठक में मांग रखी कि अधिवेशवन के दौरान अंतिम सप्ताह प्रस्ताव विपक्ष को रखने का मौका दिया जाए और विधायकों के क्षेत्र की समस्याओं के लिए औचित्य के मुद्दो को कामकाज में शामिल किया जाए। विधानसभा सलाहकार समिति की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस, मंत्री एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, जयंत पाटील, बालासाहेब थोरात, विधायक चंद्रकांत पाटील, गिरीष महाजन, आशिष शेलार, अमिन पटेल, दिलीप वलसेपाटील, सुधीर मुनगंटीवार, विजय वड्डेटीवार, सुनील प्रभू आदि मौजूद थे जबकि विधान परिषद कामकाज सलाहकार समिति कि बैठक में उपसभापति नीलम गोर्हे, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, आमदार सर्वश्री विजय ऊर्फ भाई गिरकर, हेमंत टकले, डॉ. रणजित पाटील, शरद रणपिसे, सुरजितसिंह ठाकुर, भाई जगताप, अनील परब, जयंत पाटील, रामहरी रुपनवर आदी उपस्थित थे।
सिर्फ नाम के लिए हो रहा नागपुर अधिवेशन
फडणवीस ने कहा कि मुझे लगता है कि सिर्फ छह दिनों के लिए नागपुर में होने वाला विधानसभा का शीत सत्र केवल नाम के लिए ही है। हमने शीत सत्र दो सप्ताह और बढ़ाने की मांग की थी लेकिन सरकार ने इसे अस्वीकार कर दिया। फडणवीस ने कहा कि विदर्भ से किए गए वादे पूरे नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम राज्य के हित में सरकार को हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार को सबसे पहले उन किसानों की मदद के लिए कदम उठाने चाहिए जो फिलहाल बेहद परेशान हैं।
Created On :   10 Dec 2019 8:48 PM IST