नागपुर की फाइनेंस कार रिश्तेदार ने भिलाई में रखवा दी गिरवी, किराए पर लगाने का दिया था लालच 

Nagpurs finance car was mortgaged by a relative in Bhilai
नागपुर की फाइनेंस कार रिश्तेदार ने भिलाई में रखवा दी गिरवी, किराए पर लगाने का दिया था लालच 
फ्राड नागपुर की फाइनेंस कार रिश्तेदार ने भिलाई में रखवा दी गिरवी, किराए पर लगाने का दिया था लालच 

डिजिटल डेस्क, नागपुर. वाठोड़ा क्षेत्र के एक दंपति की इनोवा कार को दुर्ग में गिरवी रख दिया गया। जब दंपति पता चला, तो वह वाठोड़ा थाने में शिकायत करने गए, लेकिन  पुलिस ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि, मामला दुर्ग, छग का है, वहां के उतई थाने में जाकर शिकायत करो। पीड़ित दंपति सुषमा सिन्हा और उनके पति चंद्रशेखर जब उतई थाने में पहुंचे, तो उन्हें कोई मदद नहीं मिली। सुषमा का आरोप है कि, कार गिरवी रखने में उनकी महिला रिश्तेदार चांदू, उसका दोस्त उमेश व नवीनकुमार की   भूमिका रही है। दंपति करीब 4 माह से परेशान है। 

यह है मामला

कामाक्षी सोसाइटी, राधाकृष्ण नगर,  वाठोड़ा निवासी सिन्हा  दंपति ने सेकंड हैंड कार (एम.एच.-03-बी.ई-1708) फाइनेंस कराई थी। कार सुषमा के नाम पर फाइनेंस है।  सिन्हा परिवार कार से भिलाई में महिला रिश्तेदार चांदू के घर शादी में गया था।  इस दौरान उनकी रिश्तेदार चांदू ने उन्हें सलाह दी थी कि, उसके परिचित उमेश की भिलाई पावर प्लांट में पहचान है, तुम कार किराए पर दे दो। उस रिश्तेदार महिला के झांसे में आकर ठगी का शिकार  होने की बात दंपति ने कही है। उन्होंने बताया कि, महिला रिश्तेदार ने उन्हें कार किराए पर देने पर 35 हजार रुपए प्रतिमाह दिलाने का वादा किया। यहां तक कि, सिन्हा दंपति को भिलाई में ही रहने की सलाह देकर उन्हें किराए पर मकान भी दिला दिया और बच्चों को स्कूल में प्रवेश भी दिला दिया, लेकिन जब किराए का पैसा नहीं मिला, तो सिन्हा दंपति वापस नागपुर लौट आए। उन्होंने बताया कि, जब वे उतई थाने में पहुंचे, तो उन्हें न्यायालय में जाकर गुहार लगाने की सलाह दी गई।  दंपति का कहना है कि, जब उन्होंने कार गिरवी ही नहीं रखी और कोई पैसा नहीं लिया, तो उन्हें न्यायालय में जाने की सलाह क्यों मिल रही है। 

केंद्रीय मंत्री के पत्र का भी पुलिस पर असर नहीं

पीड़ित दंपति ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी से मिलने की जानकारी देते हुए बताया कि,  उनके अतिरिक्त सचिव का पत्र लेकर उतई थाने में गए, तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई।  दंपति ने उतई थाने के कथित सिपाही आकाश की भूमिका की भी जांच करने की मांग की है। सुषमा का कहना है, वह नागपुर पुलिस परिमंडल 4 कार्यालय में गई थी। उनके निर्देश पर वाठोड़ा पुलिस ने संयुक्तिक उत्तर तैयार किया, जिसमें लिखा गया कि, पीडित दंपति ने अपनी मर्जी से कार छत्तीसगढ ले गए, उस दौरान उक्त लोग कार में नहीं थे, इसलिए वाठोड़ा थाना क्षेत्र का मामला नहीं बनता है।  सोमवार को तिलक पत्रकार भवन परिसर में इस दंपति ने कुछ मीडिया के समक्ष अपनी आपबीती सुनाई।

Created On :   14 Feb 2023 8:10 PM IST

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