नांदेड-कुर्ला ट्रेन का परिचालन समय यात्रियों के लिए असुविधाजनक

Nanded-Kurla train running time inconvenient for passengers
नांदेड-कुर्ला ट्रेन का परिचालन समय यात्रियों के लिए असुविधाजनक
अकोला नांदेड-कुर्ला ट्रेन का परिचालन समय यात्रियों के लिए असुविधाजनक

डिजिटल डेस्क, अकोला. नागरिकों की मांग पर दक्षिण मध्य रेल्वे ने हिंगोली-अकोला मार्ग से नांदेड-लोकमान्य टिलक टर्मिनस कुर्ला मुंबई -नांदेड रेल गाडी चल रही है।  लेकिन इस द्वि-साप्ताहिक विशेष गाडी का समय असुविधाजनक होने से रेल यात्रियों, व्यापारियों, विद्यार्थियों के अलावा रेल संगठन के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए समय में परिवर्तन की मांग कर रहे है। यात्रियों का कहना है कि इस ट्रेन के परिचालन में जो समय दिया है उससे मुम्बई पहुंचने पर व्यापारी तथा अन्य कार्य उसी दिन नहीं किया जा सकता है। जिससे यात्रियों के काम का आधा समय ट्रेन में बीत जाता है। इसके अलावा सामान्य ट्रेनों की तुलना में इस ट्रेन की टिकट अधिक होने के कारण यात्रियों का जिस तरह समर्थन ट्रेन को मिलना चाहिए नहीं मिल पा रही है। इसलिए रेल विभाग ट्रेन के मार्गक्रमण समयावधि में बदलाव करें ऐसी मांग की जा रही है। 

ट्रेन का समय गलत {यात्रियों की मांग को देखते हुए दक्षिण मध्य रेल विभाग ने 25 जनवरी से दि्वसाप्ताहिक ट्रेन आरंभ की है। ट्रेन क्रमांक 07426 व 07428 नांदेड-लोकमान्य टिलक टर्मिनस कुर्ला मुंबई विशेष गाडी रेल गाडी नांदेड से सोमवार तथा हर बुधवार की रात 9 बजकर 15  मिनट पर रवाना होकर हिंगोली में  रात 11.45 बजे, वाशिम में दूसरे दिन रात 1 .14 बजे, अकोला में रात 3.25 बजे  पहुंचकर मुंबई कुर्ला के लोकमान्य टिलक टर्मिनस में दूसरे दिन मगंलवार की दोपहर 1.30  मिनट पर पहुंच रही है। यह ट्रेन आरंभ होने से बसमत, हिंगोली, अकोला  से सवार होने वाले यात्रियों में खुशी की लहर  है वहीं दूसरी ओर इस ट्रेन की समयावधि यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। क्योंकि यह ट्रेन दोपहर 1.30  मिनट पर मुंबई पहुंच रही है, जिससे मुंबई जाने वाले व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों के लिए यह समय दिक्कतों से भरा हुआ है। काम का महत्वपूर्ण आधा समय ट्रेन में बीत जाता है मुम्बई पहुंचने पर सम्बन्धित यात्री को दूसरे दिन अपने काम करना पड़ता है। इस ट्रेन को हिंगोली से अकोला के बीच २ घण्टों का अतिरिक्त लूज टाईम दिया गया है, जिससे यह ट्रेन हिंगोली से अकोला के बीच की दूरी २ घंटे की बजाए 4 घंटे में पहुंच रही है। यह ट्रेन वाशिम में देर रात 1.14  तथा अकोला में मध्य रात 3.25 मिनट पर पहुंच रही है।  मध्य रात में आने वाली इस ट्रेन के कारण वाशिम तथा अकोला के व्यापारियों, नागरिकों द्वारा नाराजगी जताई जा रही है। ट्रेन के इस समय के कारण अपेक्षाकृत आय  नहीं हो पा रही है। सभी की मांग है कि इस ट्रेन को नांदेड से शाम 4 से 5 बजे के बीच आरंभ कर हिंगोली रात ७ बजे, वाशिम में ८ बजे, अकोला में रात ९ बजे होकर मुंबई में सुबह 8 से 10 बजे की बीच पहुंचती है तो इस ट्रेन को जोरदार समर्थन मिलेगा व यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। 
अकोला में रात १० बजे पहुंचे  ट्रेन 

एड सुभाष ठाकुर, डीआरयूसीसी सदस्य के मुताबिक नांदेड-कुर्ला व्हाया अकोला विशेष रेल गाडी काफी फायदेमंद रेल गाडी है। लेकिन यह ट्रेन अकोला में मध्य रात 3.25 बजे पहुंचने से अकोला के व्यापारियों में नाराजगी है। रेल विभाग को चाहिए कि इस ट्रेन के समयावधि में इस तरह नियोजन करे कि यह ट्रेन अकोला में रात 10 बजे तक पहुंच जाए। यदि समय इस तरह कर दिया जाए तो अकोला से बड़ी संख्या में यात्री तथा व्यापारी यात्रा कर सकेंगे तथा रेल विभाग को आय होगी। 

रेल गाडी का समय बदले 

 एड अमोल इंगले, डीआरयूसीसी सदस्य के मुताबिक हिंगोली, अकोला मार्ग से आरंभ हुई नांदेड-कुर्ला रेल गाडी का समय असुविधाजनक होने पर नाराजी जताते हुए डीआरयूसी के सदस्य एड अमोल इंगले ने इस ट्रेन के परिचालन का समय इस तरह करने तय करने की मांग की है कि यह ट्रेन मुम्बई में 8 से 10 बजे तक पहुंच जाए। ताकि ट्रेन से सफर करने वाले यात्री अपने काम उसी दिन कर सके।

 

 


 

Created On :   1 Feb 2023 3:49 PM IST

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