NAAC ने बदली मूल्यांकन प्रक्रिया, विद्यार्थियों का फीडबैक होगा अहम

National Assessment and Accreditation Council have changed his policy
NAAC ने बदली मूल्यांकन प्रक्रिया, विद्यार्थियों का फीडबैक होगा अहम
NAAC ने बदली मूल्यांकन प्रक्रिया, विद्यार्थियों का फीडबैक होगा अहम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कॉलेजों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने वाली नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल (NAAC) ने अपने मूल्यांकन के मापदंडों में बदलाव किए हैं। अब NAAC मूल्यांकन में सिर्फ कॉलेज के इन्फ्रास्ट्रक्चर और एकेडेमिक गुणवत्ता ही नहीं, वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया और कॉलेज की सामाजिक भागीदारी का भी ख्याल रखा जाएगा। अब NAAC का मूल्यांकन सात सूत्रों पर आधारित होगा।

शैक्षणिक, अध्यापन-अध्ययन, संशोधन और नवाचार, कॉलेज इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्टूडेंट सपोर्ट, संस्था का प्रबंधन और सामाजिक भागीदारी को इसमें मद्देनजर रखा जाएगा। अब तक पुरानी प्रणाली के मुताबिक जहां पहले आवेदन के बाद 6 माह से 1 साल के भीतर NAAC कॉलेज का मूल्यांकन करता था, अब नई प्रणाली के तहत यह प्रक्रिया तेजी पकड़ेगी। आवेदन के एक माह के भीतर ही NAAC की पीयर टीम कॉलेज का दौरा करेगी।

राज्य में कुछ यूं है स्थिति

राज्य में अब तक 1 हजार 172 कॉलेजों ने अपना  NAAC मूल्यांकन कराया है। इसमें से 979 कॉलेजों को NAAC से दर्जा भी प्राप्त हुआ है।  इस वर्ष 31 मार्च तक राज्य के 301 कॉलेजों का NAAC से मूल्यांकन हुआ था। दूसरे राउंड में 649 कॉलेजों का मूल्यांकन किया गया। इसी तरह तीसरे राउंड में 91 कॉलेजों ने NAAC मूल्यांकन कराया। प्रदेश में फिलहाल महज 193 ऐसे कॉलेज हैं जिनका अभी तक NAAC मूल्यांकन नहीं हुआ है।

पहले तैयार करो SSR, फिर करो आवेदन

NAAC की पुरानी प्रक्रिया में पहले कॉलेजों को मूल्यांकन के लिए आवेदन करना पड़ता था बाद में NAAC को  सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (SSR) भेजनी पड़ती थी, लेकिन अब नई प्रक्रिया में कॉलजों को पहले खुद का मूल्यांकन करके SSR रिपोर्ट तैयार करनी होगी, जिसके बाद ही वे मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकेंगे। पूर्व में NAAC की टीम (पीयर टीम) कॉलेज का निरीक्षण करती थी। निरीक्षण के आधार पर कॉलेज की रिपोर्ट तैयार की जाती थी, मगर नई प्रक्रिया में सिस्टम जनरेटेड रिपोर्ट के साथ ही ऑनलाइन मूल्यांकन का 70 प्रतिशत और  पीयर टीम के मूल्यांकन के 30 प्रतिशत अंक भी जुड़ेंगे।

CGPA स्कोर अहम फैक्टर

CGPA स्कोर अहम् फैक्टर होगा। कॉलेज का दर्जा तय करते वक्त NAAC विद्यार्थियों के CGPA स्कोर को भी संज्ञान में रखेगा। NAAC कॉलेज से विद्यार्थियों का मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी भी मांगेगी। जरूरत पड़ने पर संस्था विद्यार्थियों को फोन करके कॉलेज का फीडबैक भी पूछेगी। इसके अलावा बेहतर विद्यार्थी और शिक्षक संख्या दिखाने के लिए कॉलेजों में कागजी प्राध्यापकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्शाने के मामले रोकने के लिए अब विद्यार्थियों के आधार कार्ड और पैन कार्ड को भी ऑनलाइन लिंक किया जाएगा।

मूल्यांकन के काम में तेजी आने की उम्मीद

मोहता साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय चरलवार ने कहा कि हम मूल्यांकन के मापदंडों में हुए बदलावों को सकारात्मक रूप से देखते हैं। उम्मीद है कि अब मूल्यांकन की प्रक्रिया तेजी पकड़ेगी। अब पहले SSR रिपोर्ट तैयार करके बाद NAAC की टीम को आमंत्रण देना है, तो जाहिर है कॉलेज पूरी तैयारी के साथ ही मूल्यांकन के लिए आवेदन करेंगे, जिससे दर्जा भी बेहतर मिलेगा।

Created On :   7 Aug 2017 10:58 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story