आरोप पत्र में नवलखा पर हिंसक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भीमा-कोरेगांव एल्गार परिषद मामले में आरोपी गौतम नवलखा पर किसी भी हिंसक कृत्य को अंजाम देने का आरोप नहीं है। इस मामले में को लेकर दायर किए गए आरोपपत्र में आरोपी नवलखा पर हिंसक गतिविधि में शामिल होने को लेकर कोई आरोप नहीं है। सोमवार को नवलखा की ओर से पैरवी कर रहे वकील युग चौधरी ने बांबे हाईकोर्ट में यह दावा किया। उन्होंने कहा कि मेरे मुवक्किल पर न तो हिंसक कृत्य करने का आरोप है और न ही हिंसक गतिविधियों के लिए उकसाने का आरोप है। इसके अलावा वे किसी भी हिंसक गतिविधि मे संलिप्त भी नहीं थे। इसलिए उन्हें इस मामले में जमानत दी जाए। हाईकोर्ट में नवलखा के जमानत आवेदन पर सुनवाई चल रही है। सोमवार को न्यायमूर्ति अजय गड़करी व न्यायमूर्ति पीडी नाइक की खंडपीठ के सामने नवलखा का जमानत आवेदन सुनवाई के लिए आया। इस दौरान नवलखा की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता चौधरी ने कहा कि मेरे मुवक्किल के खिलाफ अवैध गतिविधि प्रतिबंधक कानून के प्रावधानों के तहत भी कोई मामला नहीं बनता है। इससे पहले एनआईए ने हलफनामा दायर कर नवलखा के जमानत आवेदन का कड़ा विरोध किया था।
Created On :   27 Feb 2023 9:27 PM IST