सुपर स्पेशलिटी में नहीं हो पा रहा साईंबाबा का सही इलाज, दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह

Necessary treatment is not available to saibaba in super specialty, advice to take another hospital
सुपर स्पेशलिटी में नहीं हो पा रहा साईंबाबा का सही इलाज, दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह
सुपर स्पेशलिटी में नहीं हो पा रहा साईंबाबा का सही इलाज, दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नक्सल समर्थक साईबाबा की पत्नी वसंत कुमारी ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में साईंबाबा के उपचार की जरूरी सुविधा नहीं है। उन्हें अन्य अस्पताल ले जाने की डॉक्टरों ने सलाह दी है। जबकि अस्पताल प्रशासन कोई भी जानकारी देने से बचता रहा। हाईकोर्ट के नागपुर खंडपीठ के आदेश पर बुधवार को सरकारी डॉक्टरों की निगरानी में साईंबाबा के निजी डॉक्टरों द्वारा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्वास्थ्य जांच कराई गई। वसंत कुमारी ने बताया कि वर्ष 2014 से साईंबाबा का स्वास्थ्य खराब चल रहा है। 

सुविधा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नहीं
जेल में सही उपचार नहीं मिलने से हालत और भी खराब हो गए हैं। बाएं हाथ और कंधे में तेज दर्द है। जो 24 घंटे रहता है। बाएं पैर के तकलीफ ज्यादा है। जिसके कारण उठने- बैठने और चलने में दिक्कत है। डॉक्टर के कहने के मुताबिक कीडनी खराब है। साथ ही पथरी की समस्या है। दिमागी तौर पर भी वो कमजोर हो गए हैं। न्यूरोलॉजी के कुछ टेस्ट किए गए है। हालांकि उसकी रिपोर्ट अभी मिली नहीं है। कुछ टेस्ट कराने जरूरी है। जिसकी सुविधा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नहीं है। कंधे के दर्द के लिए नियमित फिजियोथेरेपी की सलाह दी गई है। फिजियोथेरेपी कराना जरूरी है, लेकिन अस्पताल में सुविधा नहीं है। साईंबाबा के समूचे उपचार के लिए दूसरी जगह ले जाना जरूरी है। हाईकोर्ट में डॉक्टर जांच रिपोर्ट सौंपेगे। इसी के साथ अस्पताल में जांच की जो सुविधा नहीं है, उस संबंध में हाईकोर्ट के संज्ञान में लाया जाएगा। इसके बाद अन्य अस्पताल में जांच के लिए अनुमति देने का आग्रह किया जाएगा।

जेल में भी असुविधा
वसंत कुमारी ने बताया कि साईंबाबा को नागपुर सेंट्रल जेल के अंडा सेल में रखा गया है। वहां भी अनेक असुविधाओं से जूझना पड़ रहा है। एक पैर काम नहीं कर रहा है, इसलिए चल नहीं सकते। उन्हें शौचालय जाने-आने के लिए वील चेयर की जरूरत है। जेल में वील चेयर नहीं है। उन्हें दो लोग उठाकर ले जाते हैं। बगल में हाथ देकर बार-बार उठाने से कंधों में दर्द उठता है, एक कंधा कमजोर हो गया है। पिछले 8 महीने पहले इलाज की सलाह दी गई थी। जिसे नजरअंदाज करने से स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा है। 
 

Created On :   26 Dec 2018 7:52 PM IST

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