एनआईटी ने मांगे अपने उद्यान, 51 उद्यानों का 2020 में किया था हस्तांतरण
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार में एनआईटी बर्खास्त कर महानगरपालिका में विलीनीकरण करने का निर्णय लिया गया था। एनआईटी के 51 उद्यान मनपा को हस्तांतरित किए गए। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद महाविकास आघाड़ी की सरकार सत्ता में आने पर एनआईटी को पुनर्जीवित किया गया। मनपा से गुंठेवारी का अधिकार वापस एनआईटी को दिया गया। एनआईटी के उद्यानों का मनपा पर आर्थिक बोझ बढ़ने के कारण उसे भी वापस करने का आमसभा में मांग उठी थी। एनआईटी के उद्यानों की मनपा ठीक से देखभाल नहीं कर पाने के कारण खस्तहाल हो गए हैं। एनआईटी ने मनपा को पत्र भेजकर अपनेे उद्यान वापस मांगे जाने की जानकारी एनआईटी चेयरमैन मनोज कुमार सूर्यवंशी ने पत्रकारों से वार्तालाप में दी।
समिति ने उद्यानों की दुर्दशा पर लगाई थी मुहर : आमसभा में एनआईटी के उद्यान वापस करने की मांग उठने पर तत्कालीन महापौर दयाशंकर तिवारी ने एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी से एनआईटी के उद्यानों की स्थिति का जायजा लेकर 40 से अधिक उद्यानों की दयनीय स्थिति पर मुहर लगाई थी। उद्यानों में पीने के पानी की सुविधा, शौचालय की व्यवस्था, सूचना फलक, फव्वारे, शिकायत रजिस्टर, कर्मचारी निवास स्थान, जॉगिंग ट्रैक, बच्चों के मनोरंजन की साधन सामग्री, नागरिकों के बैठने की सुविधा, पेड़-पौधे व हरियाली आदि सुविधाओं में अनियमितता पर कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में प्रशासन को अवगत कराया था। काेरोनाकाल में उद्यानों की हालात और भी खराब हो गई।
अब एनआईटी ने कसी कमर : मनपा उद्यानों की ठीक से देखभाल नहीं कर पाने से एनआईटी ने अब अपने उद्यान वापस लेकर विकसित करने के लिए कमर कसी है। एनआईटी चेयरमैन सूर्यवंशी ने बताया कि मनपा को पत्र भेजकर उद्यान वापस मांगे गए हैं। मनपा से उद्यानों का हस्तांतरण होने पर उसे बेहतर ढंग से विकसित किया जाएगा। उधर, मनपा उद्यान अधीक्षक अमोल चौरपगार से पूछने पर उन्होंने कहा कि एनआईटी ने अपने उद्यान वापस के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है। एनआईटी के उद्यानों का हस्तांतरण के बाद लता मंगेशकर उद्यान और देशपांडे ले-आउट उद्यान बेहतर विकसित किए गए हैं। बड़े उद्यानों में वैशाली नगर उद्यान के विकास का नियोजन किया गया है। पहले के मुकाबले उद्यानों की हालत में काफी सुधार हुआ है।
Created On :   27 Jan 2023 4:48 PM IST