रिश्वरखोरों पर अबतक प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, एसीबी ने था रंगेहाथ दबोचा

डिजिटल डेस्क, हिंगोली. साहूकारी का लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए दस हजार की रिश्वत मांगने वाले सहायक निबंधक सहकारी संस्था कार्यालय, सहायक निबंधक सहित दो अन्य कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई। रिश्वत की लेते 23 जून को रंंगे हाथ पकड़ा गया था। मुख्य आरोपी आरोपी सहायक निबंधक (सहकारी संस्था), वर्ग -2, अभयकुमार देवराव कटके सहित अन्य कर्मचारियों पर रिश्वत लेने का अपराध दर्ज होने के बावजूद आरोपी अभयकुमार कटके और अन्य दो कर्मचारीयो को निलंबित नहीं किया गया था। जिसके बाद मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं।
साहूकारी लाइसेंस के नुतनीकरण करने के लिए सिहायक निबंधक सहकारी संस्था कार्यालय के सहकार अधिकारी आत्माराम भुजा राठोड, सहायक निबंधक अभयकुमार देवराव कटके के कहने पर प्रमुख लिपिक, संजय पुंजाराम पिसाकर ने शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने आरोपी प्रमुख लिपिक, संजय पुंजाराम पिसाकर को रिश्वत की रकम दी, जिसे एसीबी के दस्ते ने रंगेहाथ पकड़ा। प्रकरण में तीनो आरोपियो पर अपराध दर्ज कर पुलिस हिरासत में पूछताछ की गई। नियमानुसार अगर किसी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी पर रिश्वत लेने का आरोप लगता है, तो तत्काल निलंबित किया जाता है, लेकिन इस प्रकारण में आरोपी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई।
Created On :   6 July 2022 7:02 PM IST