विकास ढांचे में साप्ताहिक बाजार को स्थान नहीं

डिजिटल डेस्क, अकोट. शहर में भले ही सब्जी बाजार लगाने के लिए विभिन्न स्थानों पर जगह आवंटीत की गई हो, लेकिन शहर के विकास ढांचे में साप्ताहिक बाजार के लिए कोई स्थान नहीं है, ऐसी जानकारी सामने आ गई है। फिलहाल साप्ताहिक बाजार नगर परिषद के सामने वाले मार्ग दूसरी तरफ खुली जगह पर लगाया जा रहा है। यहां बता दें की यह जगह पीछले विकास ढांचे में शापींग काम्प्लेक्स के लिए आवंटीत की गई है। जिससे बाजार तो लग रहा है लेकिन बाजार के लिए चबुतरे, शेड़ बनाना नामुमकीन है। याने की जब तक यहां पर शापींग काम्प्लेक्स नहीं बनता तब तक ही इस जगह पर साप्ताहिक बाजार लग सकता है। हालही में सरकार ने शहर के विकास ढांचे के मंजूरी दे दी है। इस ढांचे में भी साप्ताहिक बाजार के लिए जगह का कोई प्रावधान नहीं है। इस के बजाय शहर के विभिन्न जगह पर सब्जी बाजार के लिए जगह आवंटीत की गई है। इस तहर साप्ताहिक बाजार लगाने की समस्या है, वह जस की तस बनी हुई है।
अकोट शहर के विकास ढांचे को 1994 को मंजूरात मिली हुई है। इस में साप्ताहिक बाजार जिस जगह पर लगाया जाता था उस जगह पर शापिंग काम्प्लेक्स के लिए आवंटीत की है। वहीं साप्ताहिक बाजार के लिए अनाज गोडावून के पीछले हिस्से की जगह आवंटीत की। साप्ताहिक बाजार के सामने शापिंग काम्प्लेक्स बनाकर दुकानें किराएं से दे दी है। जो जगह साप्ताहिक बाजार के लिए आवंटीत की गई थी वहां के जमीन मालिक ने कोर्ट में मामला दाखिल करने से इस जगह का मामला अब कोर्ट में अटका हुआ है। जिससे साप्ताहिक बाजार का विकास नहीं हो पाया। विकास ढांचे की निर्धारित समयावधी 2014 को समाप्त हुई।लिहाजा नगर पालिकाने विकास ढांचा बनाने के लिए मंजुरी दे दी। अकोला नगर रचना विभाग ने 20 सालों के लिए नए प्रारूप विकास ढाचा बनाया और उसे 2017 में प्रकाशित कर नागरिकों से आपत्तियां भी मांग ली। जिस के अनुसार नगराध्यक्ष हरिनारायण माकोड़े, समेत पुरूषोत्तम चौखंडे, भाजपा के पार्षद ने नगर रचना विभाग के सहायक आयुक्त के पास आपत्ति जताई। इस मामले में विशेष समिति के सामने सुनवाई हुई। अकोट शहर के विकास ढांचे में साप्ताहिक बाजार के लिए जगह आवंटीत करने की मांग उठाई गई। अकोट शहर को सटे हुए ग्रामीण और शहर के नागरिक साप्ताहिक बाजार के लिए इस बाजार में आते है। लिहाजा शहर में साप्ताहिक बाजार लगना आवश्यक है, इस तरह की दलीले दी गई। लेकिन साप्ताहिक बाजार के बजाए शहर के विभिन्न जगह पर सब्जी बाजार के लिए जगह आंवटीत कर मंजुरात भी दे दी गई। इस तरह साप्ताहिक बाजार की जगह की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है
साप्ताहिक बाजार के लिए जगह की तलाशी
अकोट शहर में साप्ताहिक बाजार के लिए बाजार समिति परिसर की जगह मिले इस के लिए विधायक प्रकाश भारसाकले ने प्रयास किए लेकिन सचिव व पदाधिकारियों ने असहमती दिखाई। दुसरी जगह न मिलने पर सब्जी बाजार के लिए आवंटीत अकोट – पोपटखेड़ मार्ग स्थित जमीन पर 74 लाख रूपए खर्च कर विकास करने का निर्णय लिया गया। जगह का कब्जा मिलते ही विकास और बाजार स्थानांतरण की प्रक्रिया की जाएगी, ऐसी जानकारी मिल गई है। दूसरी ओर वर्तमान समय में जहां पर साप्ताहिक बाजार लग रहा है उस जमीन पर भी शापिंग काम्प्लेक्स बनाने की प्रक्रिया कोर्ट का निणर्य आते ही पूरी की जाएगी। साप्ताहिक बाजार का सही में स्थानांतरण होता है या उसी जगह पर साप्ताहिक बाजार लगता है, इस ओर जनता का ध्यान लगा हुआ है।
Created On :   17 July 2022 4:07 PM IST