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दैनिक भास्कर हिंदी: नागपुर के बाद अब नाशिक को मिला मेट्रो रेल का तोहफा, मिशन मंगल भी हुई टैक्स फ्री

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नाशिककरों के लिए भी सरकार ने मेट्रो रेल का तोहफा दिया है। मंत्रिमंडल ने 33 किलोमीटर के मुख्यमार्ग और 26 किलोमीटर की पूरकमार्ग वाली मेट्रो रेल को मंजूरी दे दी है। यह मेट्रो बिजली और बैटरी इन दोनों ऊर्जा स्त्रोतों से चलेगी इसलिए यह मेट्रो रेल देशभर में खास होगी। नाशिक महानगर प्रदेश की बढ़ती आबादी को देखते हुए राज्य सरकार ने आधुनिक और प्रदूषण मुक्त सार्वजनिक परिवहन प्रणाली शुरू करने का फैसला लिया। शहर के संकरे रास्तों के चलते भी यह परियोजना नाशिक के लोगों के लिए बड़ी राहत लाएगी। प्रस्ताव के मुताबिक दो मुख्य मार्गों पर बिजली से मेट्रो चलाई जाएगी जबकि पूरकमार्गों पर यह बैटरी से चलेगी। गंगापुर से नाशिक रोड रेलवे स्टेशन तक मुख्य उन्नत मार्ग होगा। इसकी लंबाई 22.5 किलोमीटर होगी और इस पर 20 स्टेशन होंगे। दूसरा मुख्य मार्ग गंगापुर से मुंबई नाका तक होगा इसकी दूरी 10.5 किलोमीटर होगी और इसके बीच 10 स्टेशन होंगे। इसके अलावा मुंबई नाका से सातपुर कालोनी के बीच 11.5 किलोमीटर और नाशिक स्टेशन से नांदुरनाका होते हुए शिवाजी नगर तक 14.5 किलोमीटर तक मेट्रो चलेगी। इस पूरी परियोजना का अनुमानित खर्च 2100 करोड़ रुपए होगा। परियोजना केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम के तहत आने वाली महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिडेट (महा-मेट्रो) कंपनी के जरिए पूरी की जाएगी। परियोजना के लिए केंद्र और राज्य सरकार के साथ नाशिक महानगर पालिका, सिडको, एमआईडीसी भी आर्थिक सहयोग देंगी।
सौरकृषि पंप योजना के दूसरे और तीसरे चरण को मंजूरी - 1531 करोड़ रुपए होंगे खर्च
मुख्यमंत्री सौरकृषि पंप योजना के दूसरे और तीसरे चरण को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। योजना को लागू करने के लिए 75 हजार कृषि पंप लगाए जाएंगे। इसके 1531 करोड़ रुपए खर्च को मंजूरी दी गई है। मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के चरण 2 और 3 को 18 महीनों तक चलाया जाएगा। लाभार्थी को सौर कृषि पंप के टेंडर की कीमत की 10 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति-जनजाति लाभार्थियों को 5 प्रतिशत राशि देनी होगी।
उम्मीदवारों को प्रमाणपत्र जमा कराने के लिए मिली ज्यादा अवधि
प्रदेश में जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत के चुनाव में आरक्षित सीटों पर लड़ने वाले उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करने के 12 महीने की अवधि तक जाति वैधता प्रमाणपत्र जमा करा सकेंगे। राज्य में 30 जून 2020 तक होने वाले जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत चुनावों के लिए यह फैसला लागू रहेगा। इसके लिए बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र ग्रामपंचायत अधिनियम और महाराष्ट्र जिला परिषद व पंचायत समिति अधिनियम में संशोधन को मंजूरी दी। इसके लिए राज्यपाल सी विद्यासागर को अध्यादेश जारी करने की सिफारिश की जाएगी।
मिशन मंगल टैक्स फ्री
महाराष्ट्र में हिंदी फिल्म मिशन मंगल को टैक्स फ्री कर दिया गया है। बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल ने मिशन मंगल का राज्य जीएसटी वापस करने को मंजूरी दी। मिशन मंगल फिल्म के टिकट बिक्री का 31 दिसंबर 2019 तक राज्य जीएसटी वापस देने को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है।
पर्यटन के वित्तीय प्रोत्साहन की राज्य जीएसटी वापस
प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं को दी जाने वाली वित्तीय प्रोत्साहन पर राज्य जीएसटी के हिस्से को वापस करने का फैसला राज्य मंत्रिमंडल ने किया है। इससे प्रदेश में पर्यटन को गति मिल सकेगी। राज्य सरकार की पर्यटन नीति के तहत पर्यटन परियोजना को विभिन्न वित्तीय व अन्य सहूलियत दी जाती है।
गिला कचरे से खाद बनाने वाले शहरों को मिलेगा अनुदान
प्रदेश में गिले कचरे से खाद तैयार करने वाले शहरों को प्रोत्साहन अनुदान देने को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करके कचरा मुक्त मानकों के अनुसार तीन स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाले शहरों को 1 जनवरी 2020 से विवेकाधीन अनुदान देने को मंजूरी दी गई है। शहरों के स्थानीय नगर निकायों को 1,500 रुपए प्रति मेट्रिक टन अथवा सरकार द्वारा तय किए जाने वाली राशि को अनुदान के रूप में दी जाएगी।
गडचिरोली, चंद्रपुर, वर्धा में शराब बंदी से जुड़े कानून का उल्लंघन करनेवालों के लिए और सख्त किया गया कानून
गडचिरोली, चंद्रपुर, वर्धा जिलों में शराबबंदी से जुड़े कानूनों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ और कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। कानून जल्द लागू हो इसके लिए राज्य सरकार अध्यादेश जारी करेगी। राज्यमंत्रिमंडल ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके अलावा पूर्ण शराबबंदी वाले क्षेत्रों और निर्धारित सीमा वाले क्षेत्रों की नई परिभाषा भी तय की गई है। मोटा मुनाफा होने के चलते प्रतिबंधित जिलों में शराब के अवैध व्यवसाय से जुड़े लोग शिकायतकर्ताओं और अधिकारियों को धमकाने और मारपीट करने से भी नहीं चूकते। इसीलिए महाराष्ट्र शराबबंदी अधिनियम 1949 की धारा 65, 66, 68, 83, 85 और 86 के तहत सजा बढ़ाए जाने का फैसला किया गया है। कानून की कुल 12 धाराओं में सुधार किया गया है। मौजूदा कानून के तहत शराब की अवैध विक्री करने वालों को 3 से 5 साल तक कैद या 25 से 50 हजार रूपए दंड अथवा दोनों सजाएं दी जा सकतीं हैं लेकिन अब पहली बार अपराध करने पर 3 से 5 साल तक कैद, 25 हजार से एक लाख तक जुर्माना या बरामद शराब की दुगनी कीमत तक आर्थिक दंड वसूला जाएगा। दूसरी बार जुर्म करने पर 5 से 7 साल तक कैद, 1 से 2 लाख रुपए जुर्माना या जब्त शराब की कीमत का तीन गुना जुर्माना लगेगा। तीसरी बार अपराध करने पर 7 से 10 साल कैद, 2 से 5 लाख जुर्माना या जब्त शराब की कीमत का पांच गुना जुर्माना लगाया जाएगा। अपराध के लिए जगह देने पर भी 6 महीने कैद और 10 हजार रुपए तक का दंड दिया जा सकता है। इसके अलावा प्रतिबंधित इलाके में मादक पदार्थ का सेवन करने वालों के लिए भी अधिक सजा का प्रावधान किया गया है। पहली बार 6 महीने कैद 10 हजार जुर्माना, दूसरी बार 2 साल कैद 20 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है। राज्य उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा दर्ज मामलों में कानून सहायता के लिए राज्य सरकार ठेके पर कानूनी विशेषज्ञों की सलाह लेगी। कुल 37 सलाहकारों की नियुक्ति को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। फैसले के मुताबिक नियुक्त लोगों को के भुगतान के लिए 1 करोड़ 1 लाख 76 रुपए का प्रावधान किया गया है।
संभागीय युवा संवाद: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कृषि विभाग द्वारा संभागीय युवा संवाद का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कृषि संकाय एवं समर्थ आत्मनिर्भर भारत केन्द्र तथा पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग, म.प्र. शासन के संयुक्त तत्वावधान में संभागीय युवा संवाद का आयोजन किया गया। इस मौके पर पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. एस. के. परनाम विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने संभागीय युवा संवाद कार्यक्रम आयोजन के महत्वों पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे पशु चिकित्सा एवं डेयरी विकास विभाग की समस्त योजनाओं में से स्वरोजगार हेतु योजना चुने और विभाग के एक्सपर्ट अधिकारियों का मार्गदर्शन लेकर अपनी इकाई स्थापित करें। वहीं दुग्ध संघ भोपाल से डॉ. अंजली खरे द्वारा छात्रों एवं फैकल्टी सदस्यों को दुग्ध संकलन एवं दुग्ध वितरण गतिविधियों में उपलब्ध स्वरोजगार की संभावनाओं की विस्तृत जानकारी दी तथा उन्हे आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर डाॅ. परनाम ने विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों हेतु कड़कनाथ मुर्गी की डिमान्स्ट्रेशन इकाई स्थापित करने की इच्छा जताई। अंत में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मुख्य वक्ताओं से अनेक प्रश्न किए और संकाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के डीन डॉ. अनिल कुरचानिया द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया। वहीं अंत में डॉ. अशोक वर्मा, विभागाध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का समन्वय और मंच संचालन श्री एम.ई. खान द्वारा किया गया।
क्लोजिंग बेल: सेंसेक्स 443 अंक चढ़ा, निफ्टी 15,500 के ऊपर बंद हुआ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन (23 जून, गुरुवार) बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 443.19 अंक यानी कि 0.86% की बढ़त के साथ 52,265.72 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 143.35 अंक यानी कि 0.93% की बढ़त के साथ 15,556.65 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी में 289.70 अंकों की बढ़त रही एवं इसने 33135 पर समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 45 हरे रंग में बंद हुए जो व्यापक खरीदारी दर्शाते हैं। निफ्टी एनर्जी को छोड़ कर शेष सभी सभी क्षेत्र विशेष में तेजी देखी गयी। निफ्टी ऑटो में सर्वोच्च लाभ रहा। निफ्टी के शेयरों में मारुति, आयशर मोटर, हेरोमोटो तथा एमएंडएम में सर्वाधिक बढत रही जबकि रिलायंस, कोल इंडिया, पावर ग्रिड तथा ग्रासिम में सबसे अधिक गिरावट रही। इंडिया विक्स 20.68 पर 1.97 प्रतिशत की हानि पर बंद हुआ।
तकनीकी आधार पर निफ्टी ने बुलिश कैंडल बनाया है परंतु 21 फोर आवरली मूविंग एवरेज 15647 पर अवरोध का भी सामना किया है जो इस बात का संकेत है कि इस स्तर को पार करने पर अधिक तेजी की चाल देखी जा सकती है। निफ्टी 15200 -15700 की सीमा में ट्रेड कर रहा है, दोनों स्तरों में किसी भी तरफ निफ्टी के उल्लंघन करने पर तेजी या मंदी की किसी दिशा विशेष की चाल बनेगी। निफ्टी ने 50 आवरली मूविंग एवरेज के ऊपर बन्दी दी है जो तेजी आ सकने के संकेत है।
निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट डेटा में कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर है, पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15500, फिर 15300 पर है। मोमेन्टम संकेतक स्टॉकिस्टिक दैनिक चार्ट पर सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहा है जो निफ्टी में तेजी का द्योतक है। निफ्टी 15200 पर सपोर्ट ले सकता है, तेजी आने पर 15700 एक तात्कालिक अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32300 तथा अवरोध 33800 है। कुल मिलाकर शेयर विशेष की चाल देखी जा सकती है, 15700 के ऊपर निफ्टी में तेजी की रैली आ सकती है। मार्केट गिरावट पर खरीदारी के क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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