अब स्वाइन फ्लू ने बढ़ाई चिंता- बढ़ने लगे हैं मामले, राज्य में मिले 432 मरीज

Now swine flu has increased concern - cases have started increasing, 432 patients found in the state
अब स्वाइन फ्लू ने बढ़ाई चिंता- बढ़ने लगे हैं मामले, राज्य में मिले 432 मरीज
सावधान अब स्वाइन फ्लू ने बढ़ाई चिंता- बढ़ने लगे हैं मामले, राज्य में मिले 432 मरीज

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच और एक चिंतित करनेवाली खबर सामने आई है। इन्फ्लुएंजा-ए के उपप्रकारों में से एक एच1एन1 यानी स्वाइन फ्लू का भी प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है। जनवरी से लेकर 26 मार्च तक राज्य में स्वाइन फ्लू के 432 मामले मिले हैं, जिसमें से 26 फीसदी मामले सिर्फ मुंबई में मिले हैं। मुंबई में ज्यादा मामले मिलता देख मनपा ने इससे निपटने की योजना बनाई है। बता दें कि मुंबई सहित राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को हुई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में बढ़ते मामलों को लेकर चिंता भी जताई गई है। अब स्वाइन फ्लू ने भी लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में स्वाइन फ्लू के 432 मामले मिले हैं और एच3एन2 से संक्रमित 318 मरीज मिल चुके हैं। जबकि मुंबई में एच3एन2 के 29 मरीज मिल चुके हैं। 

81 मरीज भर्ती
इन्फ्लुएंजा-ए वायरस के उपप्रकारों एच1एन1 और एच3एन2 से संक्रमित हुए मरीजों में से 81 मरीज राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं, जिसमें 14 मरीज मुंबई के हैं। इन 14 मरीजों में से 9 मरीज एच3एन2 और 5 मरीज एच1एन1 के हैं। इन सभी मरीजों की हालत स्थिर है।  

मुंबई में की गई यह तैयारी
मुंबई मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि इन्फ्लुएंजा के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे निपटने के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था दी गई है। कस्तूरबा अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं। जबकि प्रमुख मेडिकल कॉलेज और उपनगरीय अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही केईएम और कस्तूरबा अस्पताल में रोजाना 200 सैंपल की इन्फ्लुएंजा टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध की गई है। इसके अलावा इलाज में कारगर ओसेलटामिविर दवाई का पर्याप्त स्टॉक अस्पतालों में मौजूद है। 

डॉक्टरों को निर्देश
इन्फ्लुएंजा को लेकर प्राइवेट प्रैक्टिसनर को पहले से ही दिशा निर्देश दिए गए हैं। इन प्रैक्टिसनर को कहा गया है कि अगर किसी मरीज का बुखार 24 घंटे के भीतर कम नहीं होता है तो उन्हें ओसेलटामिविर दवाई शुरू की जाए। इसके साथ ही सभी हेल्थ केयर वर्कर्स को डोर टू डोर स्क्रीनिंग में बुखार से पीड़ित मरीजों को तलाशने के निर्देश दिए गए हैं। 


 

Created On :   28 March 2023 8:39 PM IST

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