एक तरफ पुत्र दे रहा था दसवीं की परीक्षा, दूसरी तरफ पिता का हो गया हार्ट फेल
डिजिटल डेस्क, आर्वी, डॉ. प्रकाश राठी| कभी-कभी ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जिसे सुनकर सभी नि:शब्द हो जाते हैं। आर्वी के दानापुर में भी ऐसी ही घटना प्रकाश में आई। जहां अपने उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए पुत्र दसवीं का पर्चा हल करने गया था तो दूसरी ओर पिता उसी समय अपनी मौत से जंग हार गया। जब पुत्र पर्चा हल कर घर लौटा तो उसे पिता के पार्थिव के अंतिम दर्शन ही करने पड़े । अंतत: गमगीन माहौल में उसके पिता का अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना से गांव में शोक का माहौल है। घटना तहसील के दानापुर में शुक्रवार को सामने आई। शुक्रवार 17 मार्च को दानापुर निवासी धनराल घसाड़ (48) को अचानक दिल का दौरा पड़ा। उस वक्त उनका पुत्र धीरज घर में ही मौजूद था। धीरज का दसवीं बोर्ड का विज्ञान का पेपर था। लेकिन फिर भी उसने हिम्मत न हारते हुए पहले अपने कर्तव्य को निभाना जरूरी समझा। धीरज ने समय गंवाए बिना पिता को सेवाग्राम अस्पताल में भर्ती किया। इसके बाद वह सीधे पिंपलखुटा स्थित डॉ. देवीदास कराले विद्यालय के परीक्षा केंद्र पर पहुंचा। इधर सुबह 11 बजे एक ओर जहां धीरज का पर्चा शुरू हुआ तो वहीं दूसरी ओर उसी समय पिता की मौत से जंग हार गए। लेकिन परिजनों ने धीरज को इसकी जानकारी नहीं दी। पर्चा हल करने के बाद धीरज जब दानापुर पहुंचा तो उसे अपने पिता के पार्थिव के ही दर्शन करने पड़े। इसके पश्चात गमगीन माहौल में धीरज ने पिता का अंतिम संस्कार किया। इस घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया है। धीरज पिंपलखुटा स्थित डॉ. देवीदास कराले विद्यालय का दसवीं कक्षा का छात्र है। शुक्रवार को उसका विज्ञान का पर्चा था। धीरज ने सुबह पिता को सेवाग्राम अस्पताल में भर्ती किया जिसके बाद खुद परीक्षा केंद्र पर आकर पर्चा हल किया। लेकिन जिसकी धीरज ने कल्पना भी नहीं की थी उस घटना का धीरज को सामना करना पड़ा। धीरज की एक छोटी बहन है, जो दानापुर स्थित जिप स्कूल में कक्षा सातवीं में पढ़ती है। पिता धनराज के जाने से धीरज पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी आ गई है। अभी भी उसके दसवीं कक्षा के तीन पर्चे बाकी हंै।
Created On :   18 March 2023 7:54 PM IST