चौथे दिन भी वान बांध के दो द्वार खुले

डिजिटल डेस्क, हिवरखेड़. विगत दिन लगातार हो रही बारिश के कारण एक ओर नदी-नाले उफान पर है वहीं दूसरी ओर संपूर्ण वर्ष भर अनेक जिलों के गावों को जलापूर्ति करनेवाले वान बांध के भी दो फाटक गुरुवार को भी खोले गए। 21 जुलाई को वान प्रकल्प में से नदी पात्र में चार वक्र द्वार बंद कर केवल दो वक्रद्वार खोल कर 12.30 घमी पानी का विसर्ग किया गया है। उक्त परिसर में अभी तक 506 मिमी बारिश दर्ज की गई है। साथ ही गुरुवार को 15 मिमी बारिश दर्ज हुई। पानी की आवक को देखते हुए पानी का विसर्ग कम करना या बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा। साथ ही नदी के किनारे रहनेवाले नागरिकों को सावधान रहने का आवाहन वान प्रकल्प शाखा अभियंता नयन लोणारे ने किया है। जिले में सबसे बड़े बांध के रुप में वान बांध विख्यात है। वारी भैरवगढ़ के श्री हनुमान सागर बांध प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पूर्ण भरकर किसानों के सिंचाई की फसलों के लिए वरदान साबित होगा। इस वान बांध से लगभर 84 गावों की प्यास बुढती है और साथ ही सैकडो़ं एकड़ खेती की सिंचाई बांध के पानी से की जाती है। इस कारण बारिश के दिनों मे बांध के शत प्रतिशत भरने की ओर किसानों के साथ ही जिन परिसरों में इस बांध से जलापूर्ति की जाती है वहां के नागरिकों की निगाहें लगी हुई होती है।
अकोला व बुलढाणा जिलें में पानी का आरक्षण
} अकोट शहर जलापूर्ति योजना 8.66 दलघमी,
} तेल्हारा शहर जलापूर्ति योजना 3.16 दलघमी
} शेगांव शहर जलापूर्ति योजना 5.62 दलघमी,
} 84 गांव जलापूर्ति योजना तेल्हारा व अकोट 4.239 दलघमी
} जलगांव जामोद जलापूर्ति योजना 4.02 दलघमी,
} 140 गांव जलगांव जामोद तहसील की जलापूर्ति योजना 8.454 दलघमी
} तेल्हारा व अकोट 159 गांव की प्रादेशिक जलापूर्ति योजना 3.753 दलघमी
} बालापुर व अकोला तहसील के 69 गांवाें की जलापूर्ति योजना 3.35
बांध में कुल 41.256 दलघमी पानी श्री हनुमान सागर में आरक्षित किया गया है। साथ ही अकोला शहर अमृत जलापूर्ति योजना 24.00 दलघमी को स्थगिती है। ऐसी जानकारी वान प्रकल्प शाखा अभियंता लोणारे से प्रतिनिधि को दी।
Created On :   22 July 2022 4:27 PM IST