शालेय पोषण आहार का डेढ़ करोड़ रुपए अनुदान बकाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शालेय पोषण आहार अंतर्गत गर्मी की छुट्टियों में देय नगद लाभ का डेढ़ करोड़ रुपए अनुदान बकाया है। कोराेनाकाल में शालेय पोषण आहार का अनाज और पूरक सामग्री विद्यार्थियों को घर ले जाने के लिए दी गई। गर्मी की छुट्टियों में पोषण आहार समग्री के बदले सीधे विद्यार्थियों को आर्थिक लाभ देने का शालेय शिक्षण विभाग ने निर्णय लिया। विद्यार्थियों के बैंक खाते खुलवाए गए। स्कूलों ने विद्यार्थियों के बैंक खाते खुलवाकर विस्तृत विवरण जिला परिषद शिक्षण विभाग के सुपुर्द किया गया। बैंक खाते खुलवाने के लिए विद्यार्थियों के पालकों की जेब से खर्च हुआ, लेकिन खाते में अनुदान जमा नहीं होने से निराशा हुई है।
450 स्कूल के 50 हजार विद्यार्थी लाभ से वंचित
जिले के शहर और ग्रामीण क्षेत्र में 2789 स्कूलों के 3 लाख 3 हजार 667 विद्यार्थी शालेय पोषण आहार के लाभार्थी हैं। उसमें से 450 स्कूल के 50 हजार विद्यार्थी शालेय पोषण आहार नगद लाभ से वंचित हैं। 2339 स्कूल के 2 लाख, 53 हजार 667 िवद्यार्थियों को लाभ का भुगतान किया जा चुका है। वंचित विद्यार्थियों के बकाया अनुदान की रकम 1 करोड़, 64 लाख रुपए के आसपास है। पहली से पांचवीं कक्षा के प्रति विद्यार्थी 210 रुपए और छठवीं से आठवीं कक्षा के प्रति विद्यार्थी को 315 रुपए अनुदान दिया जाता है। पोषण आहार सामग्री के बदले नगद लाभ देने के शिक्षण विभाग के निर्णय का उसी समय शिक्षक और पालकों ने विरोध किया था। प्रशासन ने विरोध को नहीं मानते हुए अपनी भूमिका पर अड़ा रहा।
शिक्षक संगठन ने बनाया
दबाव : शालये पोषण आहार का बकाया अनुदान भुगतान करने शिक्षक संगठनों ने शिक्षण विभाग पर दबाव बनाया है। 24 जून को शिक्षणाधिकारी के दालान में हुई बैठक में विदर्भ प्राथमिक शिक्षक संघ ने बकाया अनुदान का मुद्द उपस्थित किया था। शिक्षक नेता मिलिंद वानखेड़े, विभागीय सचिव िखमेश बढ़िये, जिलाध्यक्ष राजेंद्र खंडाइत, विभागीय अध्यक्ष प्रणाली रंगारी, जिला ग्रामीण संगठक गणेश खोब्रागड़े, महिला संगठन रीना टाले, कांग्रेस शिक्षक सेल के विभागीय अध्यक्ष प्रकाश भोयर ने यथाशिघ्र विद्यार्थियों के खाते में अनुदान की रकम जमा करने की मांग की है।
रसोई का 25 लाख रुपए बकाया : शालेय पोषण आहार बनने वाली 831 महिलाओं का मार्च और अप्रैल महीने का 24 लाख, 91 हजार 500 रुपए बकाया है। उन्हें प्रतिमाह 1500 रुपए मानधन दिया जाता है।
Created On :   17 July 2022 7:10 PM IST