हर पांच में से एक महिला पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव से पीड़ित

One in five women suffer from more bleeding of the uterus
हर पांच में से एक महिला पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव से पीड़ित
हर पांच में से एक महिला पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव से पीड़ित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महिलाओं में गर्भाशय संबंधी गंभीर बीमारियां देखी जा रही हैं। पांच में से एक महिला असामान्य गर्भाशय के रक्तस्राव से पीड़ित है। यह प्रमाण 35 से 40 की उम्र की महिलाओं में अधिक पाया जाता है। उम्र के इस दौर में असामान्य गर्भाशय के रक्तस्राव में गर्भाशय के कैंसर रोग का प्रथम लक्षण छिपा है। यह जानकारी डॉ. लक्ष्मी श्रीखंडे ने नागपुर मेनोपोज सोसायटी की तत्वावधान में ‘गर्भाशय का रक्तस्राव’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोली थीं। 

अनियमितता पर ध्यान दें

डॉ. लक्ष्मी श्रीखंडे ने बताया कि महिलाओं को पीरियड्स में होने वाली अनियमिताओं का ध्यान रखना चाहिए। यदि ज्यादा रक्तस्राव हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर्स को दिखाना चाहिए। सभी महिलाओं को इस बारे में अधिक जागरूक रहना चाहिए। विज्ञान ने अब काफी तरक्की कर ली है। डॉक्टरों को भी चाहिए कि वे आधुनिक तंत्रज्ञान और नई-नई दवाओं के बारे में खुद को ज्यादा से ज्यादा अपडेट रखें। करीब 10% महिलाओं को गर्भाशय कैंसर होने की आशंका रहती है।

विशेषज्ञों ने किया मार्गदर्शन

डॉ. अरुण राठी ने विभिन्न केसेस पर परिचर्चा का संचालन किया। डॉ. मनोरमा पुरवार, डॉ. अनिता सिंह, डॉ. मंगला घिसाड, डॉ. सरिता कोठारी, डॉ. मंजूश्री वाईकर, डॉ. सविता सोमलवार, डॉ. शीला जैन, डॉ. रुजुता मुंधडा उपस्थित रहीं। अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी श्रीखंडे ने कार्यक्रम की शुरुआत की। गर्भाशय के रक्तस्राव विषय पर चर्चा करते हुए डॉक्टरों ने ज्ञान को और अधिक विकसित करने पर जोर दिया। डॉ. निर्मला वजे कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं।  विदर्भ के कई स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हुए।                        

Created On :   14 Aug 2017 5:12 PM GMT

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