उद्धव ठाकरे ने कहा - गद्दारों को उनकी जगह दिखाऊंगा

Online meeting - Uddhav Thackeray said - I will show the traitors their place
उद्धव ठाकरे ने कहा - गद्दारों को उनकी जगह दिखाऊंगा
ऑनलाइन बैठक उद्धव ठाकरे ने कहा - गद्दारों को उनकी जगह दिखाऊंगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवसेना से बगावत कर मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे के साथ आरपार की लड़ाई के मुड में नजर आ रहे हैं। उद्धव ने शिंदे का नाम लिए बिना कहा कि यदि वे मुझ से मुख्यमंत्री पद मांगते तो मैं उन्हें मुख्यमंत्री बना देता। लेकिन उन्होंने मुझसे मुख्यमंत्री पद छीनने की कोशिश की है। मैं उन्हें उनकी जगह दिखाए बिना नहीं रहूंगा। मैं इसी ईर्ष्या और जिद के साथ लड़ाई लड़ रहा हूं। आप लोग (शिवसेना पदाधिकारी) मेरे साथ में हैं। इसलिए मुझे किसी की चिंता नहीं है। 

मंगलवार को उद्धव ने शिवसेना के जिला प्रमुखों के साथ ऑनलाइन बैठक की। सूत्रों के अनुसार बैठक में उद्धव ने बागी विधायकों और सांसदों को गद्दार और नामर्द करार दिया। उन्होंने कहा कि खुद में हिम्मत नहीं है इसलिए दूसरे की पार्टी और उसके चुनाव चिन्ह को चुराने की कोशिश की जा रही है। उद्धव ने कहा कि मैं विधायकों और सांसदों को दबाकर अपने साथ रख सकता था। लेकिन जब विधायक और सांसद मन से ही टूट गए थे तो मैं कितने दिनों तक उन्हें अपने साथ जबरजस्ती रख सकता था। उद्धव ने कहा कि बागी कुछ समय तक सत्ता का उपभोग करेंगे लेकिन जिस दिन भाजपा को समझ में आ जाएगा कि बागियों का कौड़ी भर उपयोग नहीं है, उस समय भाजपा बागियों को कचरे की टोकरी में फेंके बिना नहीं रहेगी। 

उद्धव ने कहा कि जनता के मन में शिवसेना के प्रति प्रेम और सहानभूति है। जिस तरीके से महाविकास आघाड़ी की सत्ता को पलटा गया उसको लेकर जनता के मन में रोष है। ऐसी स्थिति में शिवसेना के संगठन का विस्तार करने का यह मौका है। हमें यह अवसर गंवाना नहीं है। उद्धव ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि आप लोग राजनीति में मत पड़िए। कोई क्या बोल रहा है यह मत देखिए। आप लोग केवल आगामी समय में शिवसेना में नए सदस्यों का पंजीयन और शपथपत्र जुटाने के काम पर ध्यान दें। इसके लिए 50 लाख का आंकड़ा पार होना चाहिए। उद्धव ने कहा कि मैं राज्य के हर जिले और हर तहसीलों का दौरा करूंगा।

कोई रोने का ढोंग न करें 

उद्धव ने शिवसेना से निकाले गए रामदास कदम का नाम लिए बिना कहा कि जिसको शिंदे गुट में शामिल होना है, वह खुशी से जाए।  न्यूज चैनलों के सामने जाकर रोने का ढोंग न करें। जब- जब पद मिला तो उसका लाभ लिया। शिवसेना में रहकर पार्टी विरोधी गतिविधियां की। अब टीवी के सामने आकर रोने का ढोंग न करें। 

Created On :   19 July 2022 10:17 PM IST

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