चार कक्षाओं के 46 विद्यार्थियों को पढ़ा रहा एकमात्र शिक्षक

डिजिटल डेस्क, महेंद्र गजभिये, कामठा (गोंदिया). जिला परिषद स्कूलों का नाम लेते ही आंखों के सामने अनगिनत समस्याएं दिखाई देती है, लेकिन शिक्षा विभाग ताल ठोककर वाहवाही बटोरता है कि, जिप की शालाएं डिजिटल होकर सब कुछ ठीकठाक है, लेकिन गोंदिया तहसील के चिरामनटोला जिला परिषद स्कूल ने शिक्षा विभाग की पोल खोल दी है। स्कूल मंे कक्षा पहली से कक्षा चौथी तक 46 विद्यार्थी हैं, लेकिन चार कक्षाआंे को पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक की नियुक्ति की गई है। अब उपरोक्त स्थिति को देखते हुए कोई भी सहज अनुमान लगा सकता है कि, जिप स्कूलों में किस तरह से विद्यार्थी शिक्षा का पाठ पढ़ते होंगे।
बता दें कि, पंचायत समिति अंतर्गत जिला परिषद प्राथमिक पाठशाला चिरामनटोला में कक्षा पहली से कक्षा चौथी तक जिप की स्कूल संचालित है। जहां पर 46 विद्यार्थी शिक्षा का पाठ पढ़ रहे हैं।
नियमानुसार इस स्कूल में दो शिक्षकों की नियुक्ति करना जरूरी है, लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा एक ही शिक्षक पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक शिक्षक 46 विद्यार्थियों को शिक्षा का पाठ पढ़ा रहा है। अब एक शिक्षक 4-4 कक्षाओं के विद्यार्थियों को कैसे पढ़ाता होगा यह आश्चर्यचकित करने वाली बात है।
समय पर विद्यार्थियों को शिक्षा का पाठ व शिक्षा का माहौल इस स्कूल मंे नहीं बन पाने से विद्यार्थियों को शैक्षणिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। अर्थात विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली बात है। जबकि दूसरी ओर शिक्षा विभाग जिप की शालाओं को डिजिटल स्कूल के नाम से लिखकर वाहवाही बटोरने का काम कर रही है। यदि इसी तरह स्थिति बनी रही तो जिप स्कूलों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा।
नि:शुल्क पढ़ा रहा हूं बच्चों को
देवानदं हुमने, अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति के मुताबिक चिरामनटोला जिप स्कूल में कक्षा चौथीं तक 46 विद्यार्थी शिक्षा का पाठ पढ़ रहे हैं, लेकिन एक ही शिक्षक की नियुक्ति होने से विद्यार्थियांे को शैक्षणिक नुकसान उठाना पड़ता था। विद्यार्थियों का नुकसान न हो इसी उद्देश्य को लेकर मैं नि:शुल्क तौर पर विद्यार्थियों को पिछले कई महीनांे से शिक्षा का पाठ पढ़ाकर शिक्षक की भूमिका निभा रहा हूं।
शिक्षा विभाग को जानकारी दी है
यू.एच. भगत, मुख्याध्यापक, जिप शाला के मुताबिक एक शिक्षक पर चार कक्षाओं की जिम्मेदारी है। दो शिक्षकों की नियुक्ति है, लेकिन फिलहाल एक ही शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षक नियुक्ति की मांग प्रशासन से की गई है। इस संदर्भ मंे शिक्षा विभाग को जानकारी दी गई है।
Created On :   18 Jan 2023 7:29 PM IST