विपक्ष ने मोदी के बजट को बताया चुनावी, आकर्षक नारे और सुनहरे सपने तो जख्मों पर नमक छिड़कने का हुआ काम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। संसद में पेश केंद्रीय बजट को जहां सत्तापक्ष ने जमकर सराहा है वहीं विपक्ष ने इसे चुनावी जुमला करार दिया है।
महराष्ट्र की उपेक्षाः अजित पवार
विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने केंद्र सरकार के साल 2023-24 के बजट को चुनावी जुमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश के 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और साल 2024 के लोकसभा चुनाव को नजरों में रखते हुए लोगों को धोखा देने वाला और चुनावी जुमले का बजट पेश किया गया है। अजित ने कहा कि देश को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष टैक्स के रूप में सबसे अधिक राजस्व देने वाले महाराष्ट्र के हिस्से बजट में कुछ नहीं लगा है। केंद्रीय बजट से महाराष्ट्र सहित देश को घोर निराशा हुआ है। केंद्रीय बजट में महाराष्ट्र पर अपमान हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी मनपा चुनाव को देखते हुए विकास कामों का उद्धाटन लगातार किए जा रहे हैं लेकिन बजट में मुंबई के लिए विशेष कुछ नहीं दिया गया है। अजित ने कहा कि बजट में पुणे-नाशिक हाई स्पीड रेलवे सहित अन्य रेलवे और मेट्रो परियोजनाओं के लिए बजट में क्या प्रावधान किया गया है। यह समझना मुश्किल है। विपक्ष के नेता ने कहा कि केंद्र में यूपीए के शासनकाल के दौरान साल 2004 से 2014 तक देश का जीडीपी दर 6.8 प्रतिशत था। जबकि एनडीए के शासन में साल 2018 से 2022 तक देश का जीडीपी बढ़ोतरी का दर औसतन 3 प्रतिशत है। बीते चार सालों में जीडीपी की दर महज तीन प्रतिशत होते भी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देश का यह ‘अमृत काल’ कैसे नजर आ रहा है। अजित ने कहा कि देश के मध्यमवर्ग को खुश करने के लिए आयकर छूट की सीमा को बढ़ाने का दिखावा किया गया है। प्रत्यक्ष रूप से मध्यम वर्ग की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई ठोस प्रावधान बजट में नहीं किया गया है।
महाराष्ट्र पर अन्याय करने वाला बजट- अंबादास दानवे
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि केंद्रीय बजट महाराष्ट्र पर अन्याय करने वाला है। कर्नाटक में चुनाव को देखते हुए अलग-अलग तरीके से साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया गया है। पर महाराष्ट्र की ओर अनदेखी की गई है। राज्य की भाजपा और शिंदे सरकार केंद्रीय बजट में महाराष्ट्र की जनता को न्याय दिलाने में विफल साबित हुई है। दानवे ने कहा कि केंद्रीय बजट सामान्य नागरिकों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए निराशाजनक है। कपास उत्पादक किसानों को मदद की घोषणा की गई है दूसरी ओर देश में कपास का आयात शुरू है। ऐसी स्थिति में कपास उत्पादक किसानों को ज्यादा दाम कैसे मिल पाएगा?
बजट में आकर्षक नारे और सुनहरे सपने के अलावा कुछ नहीं- नाना पटोले
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि केंद्रीय बजट में महाराष्ट्र को एक बार फिर से निराशा हाथ लगी है। बजट में आकर्षक नारों, बयानबाजी, आंकड़ों के खेल और सुनहरे सपनों के अलावा कुछ नहीं है। पटोले ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महंगाई, बेरोजगारी, किसान, मनरेगा, पेट्रोल, डीजल, एलपीजी गैस की कीमतों में बढ़ोतरी और कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने के बारे में मुंह नहीं खोला है। पटोले ने पूछा कि केंद्र सरकार का साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा का क्या हुआ? राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू किया है। इससे दबाव में आकर केंद्र सरकार ने आयकर में 50 हजार की छूट दे दी। लेकिन यह घोषणा भी धोखे जैसी है। नई आयकर योजना के तहत 10 लाख रुपए की आय वालों को 78 हजार रुपए आयकर भरना होगा। जबकि पुरानी आयकर योजना में 65 हजार रुपए भरना पड़ता था। इससे मध्यम वर्ग को राहत मिलने के बजाय 13 हजार रुपए का आयकर का बोझ बढ़ जाएगा। पटोले ने दावा किया कि नई आयकर योजना में होम लोन पर इनकम टैक्स लाभ, सेक्शन 80सी, 80डी, 24 बी के तहत कोई राहत नहीं मिलेगी। पटोले ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में 36 डॉलर प्रति बैरल घट गए हैं लेकिन सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं की है।
महंगाई को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया- चव्हाण
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि केंद्रीय बजट में बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे मध्यमवर्गीय पर महंगाई का बोझ बढ़ता रहेगा। केंद्रीय बजट मतलब केवल सपना और घोषणाओं का बाजार है।
महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ- आदित्य ठाकरे
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार के साल 2023-24 के बजट में महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ है। केंद्रीय बजट में महाराष्ट्र और मुंबई के बारे में कहीं पर उल्लेख नहीं है। केंद्र सरकार के बजट में महाराष्ट्र को कुछ भी नहीं मिला है। बुधवार को दादर स्थित शिवसेना भवन में आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिंदे गुट ने खींचतान करके सरकार को बनाया है। फिर भी बजट देखकर ऐसा लग रहा है कि महाराष्ट्र को दिल्ली के सामने झुकाने की कोशिश हो रही है। आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र की वेदांता-फॉक्सकॉन, टाटा-एयरबस जैसी परियोजनाओं को गुजरात में ले जाया गया था। अब केंद्रीय बजट में भी गुजरात के लिए कई घोषणाएं की गई हैं। गुजरात के सूरत को डायमंड हब बनाने की घोषणा की गई है। आदित्य ने कहा कि बजट में महिलाओं और युवाओं के लिए कोई ठोस घोषणा नीति नजर नहीं आती है। आदित्य ने कहा कि भाजपा को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए हाल ही में हुए एग्जिट पोल में कम सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। इसलिए कर्नाटक के लिए भी कई परियोजनाओं की घोषणा की गई है।
Created On :   1 Feb 2023 8:46 PM IST