मनरेगा के कामों में हुए भ्रष्टाचार की जांच के आदेश

डिजिटल डेस्क, देवरी (गोंदिया). स्थानीय पंचायत समिति अंतर्गत मुल्ला ग्राम पंचायत में मनरेगा के माध्यम से किए गए नियमबाह्य खड़ीकरण व सीमेंटीकरण सड़क निर्माण के कामों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच पड़ताल कर संबधित दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश लाडे ने जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास शिकायत कर की थी। शिकायत को गंभीरता से लेकर जांच अहवाल के अनुसार कानूनी कार्रवाई का आदेश उपजिलाधिकारी (मनरेगा) सचिन गोसावी ने जिप के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (मनरेगा) को दिया है। बता दें कि देवरी पंस अंतर्गत ग्राम पंचायत मुल्ला में मनरेगा से किए गए एवं शुरु सड़क खड़ीकरण व सीमेंटीकरण के काम नियमबाह्य, घटिया व अधूरे सामग्री के उपयोग से किया गया।
जिसके बाद उक्त निर्माणकार्य के बिलों को रोकने की मांग लाडे ने देवरी के खंड विकास अधिकारी से की थी। जांच अधिकारी शाखा अभियंता डी.एस. सोमलवार, स्थापत्य अधिकारी साबले के माध्यम से उक्त निर्माण की जांच की गई। जांच में 9 सड़क निर्माण में 80 एमएम पत्थर व एक निर्माण में 40 एमएम पत्थर का उपयोग नहीं किया गया। सिर्फ मुरुम डालकर सड़क का निर्माण किया गया। जबकि एक स्थान पर निर्माणकार्य न होते हुए भी बिल निकाल लिए जाने की बात जांच रिपोर्ट में सामने आई। निर्माणकार्य में घोटाला होने का आरोप लगाकर बिल रोकने, अंदाजपत्रक के अनुसार निर्माणकार्य करने, मजदूरों के बकाया की राशि सरपंच, सचिव तथा मनरेगा योजना के अधिकारियों से वसूल कर उन पर कार्रवाई करने की मांग लाडे ने 25 जनवरी को जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी से की थी। आखिरकार जांच रिपोर्ट के अनुसार कानूनी कार्रवाई करने का आदेश उपजिलाधिकारी (मनरेगा) सचिन गोसावी ने जिप के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी को दिया हैं। जांच अहवाल के अनुसार दोषी सरपंच, सचिव व मनरेगा के अधिकारी व कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई होती है? इस ओर तहसीलवासियों की निगाहे टिकी हुई है।
Created On :   17 Feb 2023 7:12 PM IST