‘पद्मावत’ का विरोध कर रहे राजपूत संगठनों के 100 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार, पुलिस सतर्क

Over 100 detained in opposing of film Padmavat, police alert
‘पद्मावत’ का विरोध कर रहे राजपूत संगठनों के 100 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार, पुलिस सतर्क
‘पद्मावत’ का विरोध कर रहे राजपूत संगठनों के 100 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार, पुलिस सतर्क

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विवादों से घिरी फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर राजपूत संगठनों का रुख देखते हुए मुंबई पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दी है। फिल्म प्रदर्शित होने से पहले बुधवार को राजपूत संगठनों से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका था। जिन सिनेमाघरों में गुरूवार को फिल्म प्रदर्शित होगी वहां भी पुलिस ने चाकचौबंद सुरक्षा इंतजाम कर रहे हैं। वहीं राजपूत संगठनों के मुताबिक सरकार विरोध की इजाजत न देकर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी दीपक देवराज ने बताया कि उपद्रव की आशंका को देखते हुए एहतियातन लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है। ऐसे सभी लोगों की पहचान की कोशिश की जा रही है जो हंगामा कर सकते हैं। इसके अलावा फिल्म प्रदर्शित करने वाले मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों को भी पूरी सुरक्षा दी जा रही है। देवराज ने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की आशंका को देखते हुए लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मुंबई के गोरेगांव, मालाड, कांदिवली और बोरिवली इलाकों में सिनेमाघरों के सामने प्रदर्शन की तैयारी कर रहे लोगों को हिरासत में लिया। उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। 


इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप

करणी सेना समेत कई राजपूत संगठन इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहे हैं। अखंड राजपुताना सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपी सिंह ने कहा कि फिल्म को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर प्रदर्शित किया जा रहा है, लेकिन हमें लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अधिकार नहीं दिया जा रहा। पुलिस सभी कार्यकर्ताओं को नोटिस देकर हिरासत में ले रही है। यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। कार्यकर्ता पूरा दिन पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाते रहे। उन्हें हिरासत में लेकर अदालतों में पेश किया गया। 


संरक्षण देने के बयान से मनसे पलटी

एक दिन पहले फिल्म ‘पद्मावत’ और उससे जुड़े लोगों को संरक्षण देने का दावा करने वाली मनसे अब इससे पलट गई है। पार्टी ने गुरूवार को बयान जारी कर रहा है कि फिल्म को समर्थन देने से जुड़ी जो खबर अखबारों में प्रकाशित हुई है वह पार्टी की अधिकृत भूमिका नहीं है। मनसे प्रवक्ता अविनाश अभ्यंकर की ओर से यह सफाई दी गई है। इससे पहले पार्टी की नेता शालिनी ठाकरे ने बयान जारी कर फिल्म ‘पद्मावत’ को संरक्षण देने की बात कही थी। 

Created On :   24 Jan 2018 8:13 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story