निजी स्कूलों की हो रही मनमानी के विरोध में पालकों ने किया प्रदर्शन

Parents protest against arbitrariness of private schools
निजी स्कूलों की हो रही मनमानी के विरोध में पालकों ने किया प्रदर्शन
निजी स्कूलों की हो रही मनमानी के विरोध में पालकों ने किया प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वसूल की जा रही है। हर वर्ष अपने-अपने ढंग से 10 से 30 प्रतिशत फीस बढ़ाई जाती है। स्कूलों की मनमानी के विरोध में पालकों ने एलगार किया। संविधान चौक में प्रदर्शन कर सरकार ने निजी स्कूलों पर नियंत्रण की दरकार की गई। पालकों ने पालकों के हित में पुकारे एलगार में शहर और आस-पास के हजारों लोगों ने हिस्सा लेकर आंदोलन का समर्थन किया। संविधान ने सभी को शिक्षा का अधिकार दिया है। शिक्षा काे व्यवसाय बनाए जाने से यह अधिकार गरीबों के बस से बाहर होता जा रहा है। निजी स्कूलों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। संस्था चालक अपनी मर्जी से फीस तय करते हैं और हर वर्ष वृद्धि करते हैं। शिक्षा संस्थाओं में पालकों की समस्या नहीं सुनी जाती, यदि कोई सवाल करता है, तो उसे उल्टे जवाब देकर खामोश कर दिया जाता है। स्कूलों की मनमानी से सभी वर्ग के पालक परेशान हैं। पालकों ने पालकों की समस्याओं पर आवाज उठाने की पहल की है। एक पालक योगेश पाथरे ने आंदोलन का बिगुल फूंका। उनकी पहल का हजारों पालकों ने समर्थन कर आंदोलन खड़ा किया है। रविवार को संविधान चौक में एकत्रित होकर आवाज बुलंद की गई। इस आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

कन्हान-पिपरी के नागरिकों ने पालकमंत्री बावनकुले को सौंपा ज्ञापन

इसके अलावा पिछले एक साल से नागपुर के ऑटोमोटिव चौक से कन्हान तक 253 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे मल्टीलेन रोड का निर्माणकार्य कछुआ गति से चलने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कन्हान के गांधी चौक, पुलिस स्टेशन के पास निर्माण किए गए मल्टीलेन सीमेंट रोड के कारण अनेक वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होकर गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है। किसी बड़ी जनहानि की घटना को नकारा नहीं जा सकता। पूर्व गांधी चौक परिसर में लोगों ने बताया कि, यहां हमेशा गाड़ी फिसलने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस समस्या को लेकर समाजसेवक प्रशांत मसार ने लिखित तथा मौखिक रूप से अनेक बार संबंधित विभाग को ज्ञापन सौंपा है लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यदि भविष्य में इस मार्ग पर कोई जनहानि की घटना घटती है तो मसार के नेतृत्व में जनआंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। इस संबंध में प्रशांत मसार ने जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को ज्ञापन सौंप कर जनहानि की समस्या व केसीसी बिल्डकॉन कंपनी पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। 

पथ विक्रेता कानून- 2014 जल्द लागू करने की मांग

उधर कॉटन मार्केट में मनाया गया विश्व हॉकर्स –डे मेट्रो, मॉल, चौड़ी सड़कें, बड़े- बड़े पुल शहर की पहचान बनते जा रहे है, लेकिन इस नई अवधारणा में गरीबों को हाशिए में चढ़ाया जा रहा है। यह विचार हाकर्स फेडरेशन के अध्यक्ष जम्मू आनंद ने व्यक्त किए। अंतरराष्ट्रीय हॉकर्स दिवस पर नेशनल हॉकर्स फेडरेशन के आह्वान पर नागपुर जिला पथ विक्रेता (हॉकर्स) संघ के नेतृत्व में कॉटन मार्केट परिसर में हॉकर्स डे मनाया गया। इस दौरान "पथ विक्रेता कानून 2014 जल्द लागू  करने की मांग के साथ ही "स्मार्ट सिटी नहीं, नौकरी चाहिए", "सड़क है तो हॉकर है", "स्वदेशी के नाम पर वॉलमार्ट का स्वागत नहीं चलेगा" जैसे कई नारे लगाकर अपनी मांगों को बुलंद किया गया। पथविक्रेता देश की अर्थव्यवस्था का अविभाज्य अंग सड़क पर सामान बेचकर आम नागरिकों को सेवा देता है। नागपुर शहर में करीब 50 हजार हॉकर्स हैं, लेकिन पथ विक्रेता कानून- 2014 अभी तक लागू नहीं होने से हजारों हॉकर्स अपने अधिकारों से वंचित है। इस अवसर पर कार्याध्यक्ष शिरीष फुलझले, सचिव कविता धीर, विजय वानखेड़े, चंद्रशेखर हातमोेड़े, अनिल बाराहाट, रमेश गुप्ता, रमेश शाहू समेत बड़ी संख्या में हाकर्स उपस्थित थे।


 

Created On :   27 May 2019 1:01 PM GMT

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