किसी ने नहीं सुनीं तो जनता ने लगा दिया बोर्ड - यहां के नगराध्यक्ष एवं पार्षद की हो चुकी है मृत्यु

People found a unique way to show anger against representatives
किसी ने नहीं सुनीं तो जनता ने लगा दिया बोर्ड - यहां के नगराध्यक्ष एवं पार्षद की हो चुकी है मृत्यु
किसी ने नहीं सुनीं तो जनता ने लगा दिया बोर्ड - यहां के नगराध्यक्ष एवं पार्षद की हो चुकी है मृत्यु

डिजिटल डेस्क, भंडारा। बार-बार समस्याओं को बताने के बावजूद जब जनप्रतिनिधियों ने नहीं सुनीं तो त्रस्त होकर जनता ने एक बोर्ड लगाकर लोगों को चौंका दिया। बोर्ड में लिखा गया है कि - यहां के नगराध्यक्ष एवं पार्षद की मृत्यु हो चुकी है। सही बात है कि जनसमस्याएं कभी-कभी इस कदर विकराल रूप धारण कर लेती हैं कि जनता के भीतर का आक्रोश किसी भी रूप में बाहर निकल आता है। कुछ ऐसा ही हुआ भंडारा शहर के हनुमान नगर वासियों के साथ, जो खस्ताहाल सड़क को लेकर नगराध्यक्ष एवं पार्षद की अनदेखी से त्रस्त होकर ऐसा कदम उठाने पर मजबूर हुए जिससे शहर के साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी हड़कंप मच गया।

हुआ यूं कि, नागरिकों ने अपने वार्ड के प्रवेश मार्ग पर नगराध्यक्ष एवं पार्षद की मृत्यु का फलक लगा दिया, इतना ही नहीं वर्षा ऋतु के कारण तेरहवीं कार्यक्रम फिलहाल स्थगित करने की सूचना भी फलक में लिख दी। हनुमान नगर वासियों के इस आक्रोश जताने से इस अनूठे तरीके ने सभी को अचंभित कर दिया है। नागरिकों के अनुसार हनुमान नगर क्षेत्र की सड़क अत्याधिक जर्जर हो चुकी है जिस कारण उन्हें आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच न तो वार्ड के पार्षद को उनकी सुध लेने की फुर्सत है और न ही नगराध्यक्ष इस वार्ड में झांककर देख रहे हैं। इस घटना ने क्षेत्र के पार्षद एवं नगराध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हनुमान नगर वासियों के अनुसार शहर विकास के साथ ही स्मार्ट सिटी बनाने का वादा कर नगराध्यक्ष पद पर आसीन हुए सुनील मेंढे के साथ ही पार्षद जाबिर मालाधारी एवं कल्पना व्यास ने चुनाव जीतने के बाद से हनुमान नगर में झांककर तक नहीं देखा। हनुमान नगर में स्थित पटेल सॉ मिल से म्हाडा कॉलोनी तक का यह मुख्य मार्ग होने से इसी रास्ते से नागरिकों का आवागमन होता है किंतु विगत 15 वर्ष से इस मार्ग की मरम्मत नहीं की गई है जिस कारण इसकी हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि नागरिक यहां से जान हथेली पर रखकर आवागमन करने पर विवश हैं।

नागरिकों के अनुसार नगराध्यक्ष सुनील मेंढे पेशे से बिल्डर होने के कारण यहीं पर नगराध्यक्ष द्वारा बसाई गई कृष्ण नगरी तथा नगराध्यक्ष की स्प्रिंगडेल शाला भी है और वहां तक पहुंचने के लिए भी इसी मार्ग का इस्तेमाल होता है फिर भी नगराध्यक्ष ने मार्ग की मरम्मत के लिए  कोई  कदम नहीं उठाए हैं। इसके अलावा हनुमान नगरवासियों के साथ- साथ, न्यू मातृस्मृति नगर, अंबिका नगर, आनंद नगर के नागरिक भी इसी मार्ग से रात्रि में गुजरते हैं, लेकिन सही सलामत कोई इस मार्ग से घर पहुंचेगा, इसकी कोई गारंटी ही नहीं रहती। मार्ग की समस्या को लेकर कई दफा हनुमान नगर वासियों ने नगर परिषद से शिकायत कि किन्तु इसका कोई लाभ नहीं हुआ। जिससे स्त्रस्त होकर हनुमान नगर वासियों ने उपरोक्त फलक लगाकर सभी को स्तब्ध कर दिया।

फलक में नागरिकों ने लिखवाया है कि,  हनुमान नगर के पार्षद एवं नगराध्यक्ष की मृत्यु हो चुकी है। तेरहवीं का कार्यक्रम वर्षा के कारण स्थगित किया गया है।

Created On :   11 July 2018 12:17 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story