पेट्रोल प्रति लीटर 5 रुपए और डीजल 3 रुपए हुआ सस्ता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में पेट्रोल प्रति लीटर 5 रुपए और डीजल प्रति लीटर 3 रुपए सस्ता हो गया है। गुरुवार को शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल ने पेट्रोल और डीजल मूल्यवर्धित कर (वैट) में क्रमशः 5 और 3 रुपये की कटौती करने के फैसले को मंजूरी दी है। मंत्रिमंडल के इस फैसले से राज्य सरकार की तिजोरी पर लगभग 6 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। मंत्रालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि वैट कम करने का फैसला 14 जुलाई की मध्यरात 12 बजे से लागू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईंधन पर वैट कम करने से सरकार की तिजोरी पर पड़ने वाले भार का असर राज्य की विकास परियोजनाओं पर पड़ने नहीं दिया जाएगा। सरकार किसी भी परियोजना की निधि कम नहीं करेगी। शिंदे ने दावा किया कि पेट्रोल और डीजल की कीमत कम होने से महंगाई में कमी आएगी। राज्य में विभिन्न वस्तुओं की कीमत कम होगी। पेट्रोल की कीमत कम होने से सीधे नागरिकों को इसका फायदा मिल सकेगा। शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार ने 4 नवंबर 2021 और 22 मई 2022 को पेट्रोल और डीजल के टैक्स में कटौती की थी। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों से वैट कटौती करने का आग्रह किया था। मगर तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार ने महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल के वैट को घटाया नहीं था। लेकिन अब सरकार ने पेट्रोल और डीजल के वैट में कटौती की है। इसके पहले मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बीते 4 जुलाई को पेट्रोल और डीजल के वैट को कम करने की घोषणा की थी।
भाजपा की 50 प्रतिशत वैट कम करने की मांग का क्या हुआ- सचिन सावंत
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने कहा कि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार से पेट्रोल और डीजल के वैट में 50 प्रतिशत कटौती करने की मांग की थी। भाजपा ने पेट्रोल के प्रति लीटर 32 रुपए 55 पैसे के वैट को कम करके 16 रुपए 28 पैसे कम करने की मांग की थी। डीजल के प्रति लीटर 22 रुपए 37 पैसे वैट को घटाकर 11 रुपए 19 करने की मांग की थी। भाजपा को बताना चाहिए कि अब उसकी पुरानी मांग का क्या हुआ? शिंदे-फडणवीस सरकार ने पेट्रोल पर प्रति लीटर केवल 5 रुपए और डीजल पर 3 रुपए वैट कम किया है। सावंत ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए फडणवीस ने आरोप लगाया था कि महाविकास आघाड़ी सरकार ईंधन पर केंद्र सरकार से 10 रुपए ज्यादा टैक्स वसूल रही है। इस कारण महंगाई बढ़ रही है। लेकिन अब तो शिंदे सरकार भी केंद्र सरकार से ज्यादा टैक्स वसूल रही है। भाजपा को बताना पड़ेगा कि क्या उसका महंगाई को लेकर ख्याल बदल चुका है?
Created On :   14 July 2022 8:32 PM IST