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फर्जी दस्तावेजों के जरिए आरोपियों को जमानत दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उल्हासनगर पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये ठाणे की विभिन्न अदालतों में आरोपियों को जमानत दिलाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगो को गिरफ्तार किया है । ठाणे पुलिस की अपराध शाखा के उपायुक्त दीपक देवराज ने यह जानकारी दी है। गिरफ्तार आरोपियो के पास से पुलिस ने 45 फर्जी स्टैंप, 51 फर्जी राशनकार्ड, ग्राम पंचायत की 318 टैक्स रशीद,आधार कार्ड व कई अन्य फर्जी दस्तावेजो को बरामद किया गया है। पुलिस गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों की खोज कर रही है।
गिरोह के लोग भिवंडी स्थित एक झेराक्स सेंटर से फर्जी राशनकार्ड बनाते थे और ग्राम पंचायत की फर्जी टैक्स रशीद उल्हासनगर स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस से छपाते थे। इसके अलावा सरकारी , पुलिस स्टेशन, ग्राम पंचायत और गैर सरकारी स्टैंप को सोलापुर से बनवाते थे । गिरोह का कामकाज इतने सफाई से होता था कि उन पर किसी को संदेह नही होता था। पिछले एक साल में गिरोह द्वारा ठाणे, उल्हासनगर तथा कल्याण कोर्ट से डेढ़ सौ से अधिक लोगो को जमानत दिलाने की बात पुलिस जांच में सामने आई है। उल्हासनगर की अपराध शाखा को गिरोह के काम के बारे में जानकारी मिली थी। जिसके बाद पुलिस टीम ने कल्याण कोर्ट से तीन संदेहास्पद लोगो को अपनी गिरफ्त में लिया और फिर उसने हुई पूछताछ में इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
गिरोह से जुड़े लोग पैसे का लालच देकर फर्जी जमानतदार खोजते थे और फिर उनके नाम का सभी फर्जी कागजपत्र बनाकर जमानत की जुगाड़ में रहे लोगो के लिए उन्हें कोर्ट में खड़ा करते थे। इस तरह से आरोपी आसानी से जमानत पाने में कामयाब जाते थे। उल्हासनगर अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश तरडे ,पुलिस निरीक्षक मनोहर पाटिल ,सहायक पुलिस निरीक्षक कृष्णा नवले की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
Created On :   6 Aug 2018 3:28 PM GMT