गोरेवाड़ा पर छिड़ी राजनीतिक जंग, नामकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू 

Political war start on Gorewada, protests on naming
गोरेवाड़ा पर छिड़ी राजनीतिक जंग, नामकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू 
गोरेवाड़ा पर छिड़ी राजनीतिक जंग, नामकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गोरेवाड़ा उद्यान को बालासाहब ठाकरे अंतरराष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय नाम देने को लेकर राजनीति गर्माने के आसार साफ नजर आने लगे हैं। ठाकरे के नाम को लेकर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत भी होने लगी है। कहा जा रहा है कि बालासाहब ठाकरे विदर्भ राज्य के विरोधी थे। लिहाजा उनका नाम प्राणी संग्रहालय को दिया जाना ठीक नहीं है।

जीआर की कापी जलाई

विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने बालासाहब ठाकरे के नाम को लेकर निषेध प्रदर्शन किया है। समिति की युवा आघाड़ी ने बुधवार को राज्य सरकार के गोरेवाड़ा संग्रहालय से संबंधित जीआर अर्थात शासनादेश की प्रतियां जलाई। समिति के गिरीपेठ स्थित कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया गया। समिति कार्यकर्ताओं ने कहा है कि बालासाहब ठाकरे विदर्भ विरोधी थे। लिहाजा विदर्भ में प्राणी संग्रहालय को विदर्भ के ही किसी दूसरे व्यक्ति का नाम दिया जाए। समिति की ओर से कहा गया है कि 26 जनवरी को इस नामकरण कार्यक्रम का काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा। इस प्रकल्प को डॉ.बाबासाहब आंबेडकर, जांबुवंतराव धोटे, उमेश चौबे या अन्य किसी विदर्भवादी नेता का नाम देने का निवेदन किया गया है। यह भी कहा गया है कि प्रकल्प को गोंडवाना नाम दिया जा सकता है। निषेध प्रदर्शन का नेतृत्व राम नेवले ने किया। मुकेश मासुरकर, अरुण केदार, रेखा निमजे, गुलाबराव धांडे, नितीन अवस्थी, राजेद्र सतई सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।

युवा सेना ने की थी इसी नाम की मांग

युवा सेना के जिला प्रमुख विक्रम राठोड़ ने सरकार के निर्णय पर खुशी जताते हुए कहा है कि युवा सेना ने इसी नाम की मांग की थी। 5 मार्च 2020 को पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे को पत्र लिखकर गोरेवाड़ा पार्क को बालासाहब ठाकरे पार्क का नाम देने का निवेदन किया गया था। युवा सेना का मानना है कि बालासाहब ठाकरे की स्मृति को इस पार्क के बहाने स्मरण किया जाएगा। युवाओं के लिए बालासाहब का जीवन आदर्श है। सरकार ने यही नाम देकर युवाओं की अभिलाषा पूरी की है।

गोंडवाना हो नाम

रायल गोंडवाना आदिवासी विकास युवा संघ की ओर से निवेदन किया गया है कि इस प्राणी संग्रहालय का नाम गोंडवाना रखा जाए। इस मांग को लेकर भाजपा नेता व पूर्व महापौर माया इवनाते के नेतृत्व में जिला अधिकारी को निवेदन सौंपा गया है। युवा संघ के अनुसार नागपुर शहर की स्थापना गोंड राजे बख्त बुलंद शाह ने की थी। नागपुर सहित विदर्भ के सभी जिले गोंडवाना प्रदेश के जिले के तौर पर पहचाने जाते हैं। इस संग्रहालय का नाम गोंडवाना नहीं करने से आदिवासी समाज की भावना को ठेंस पहुंची है। संग्रहालय का नाम गोंडवाना नहीं करने पर 26 जनवरी को काटोल मार्ग पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।

भाजपा को झटका

इस नामकरण को लेकर सबसे अधिक झटका भाजपा को लगा है, लेकिन भाजपा की ओर से खुलकर विरोध नहीं किया जा रहा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि बालासाहब ठाकरे के नाम का विरोध नहीं किया जा सकता है, लेकिन उनका नाम कहां कहां दिखा जाए यह भी सोचना होगा। भाजपा के कार्यकर्ता कह रहे हैं कि इस प्रोजेक्ट को भाजपा ने ही गति दी। नागपुर की स्थापना के 300 वर्ष पूरे होने पर जिन प्रकल्पों को पूरा करने का संकल्प लिया गया था, उसमें गोरेवाड़ा संग्रहालय का प्रकल्प भी शामिल था। इस बीच कांग्रेस के नेतृत्व की सरकार ने कोई सहायता नहीं की। फडणवीस मुख्यमंत्री थे तब यह प्रोजेक्ट गति पाया। तत्कालीन वित्त व वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी निधि देने में कमी नहीं की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसके शुभारंभ की योजना भाजपा ने बनाई थी। प्रधानमंत्री का समय नहीं मिल पाने से प्रोजेक्ट शुभारंभ कार्यक्रम लंबित रह गया।


वनमंत्री राठोड़ करेंगे खुलासा
इस संग्रहालय को बालासाहब ठाकरे का नाम दिलाने में वनमंत्री संजय राठोड़ की प्रमुख भूमिका रही है। नामकरण के प्रस्ताव से लेकर अन्य मामलों में वे सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा करते रहे हैं। खबर है कि नामकरण के बारे में वनमंत्री जल्द ही पत्रकार वार्ता लेकर विस्तृत जानकारी देंगे। 

वनमंत्री ने की थी घोषणा 

बता दें कि कल मंगलवार को ही शासनादेश जारी किया गया कि नागपुर के गोरेवाड़ा अंतरराष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय को अब ‘बालासाहब ठाकरे गोरेवाड़ा अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान के नाम से पहचाना जाएगा। राज्य सरकार ने गोरेवाड़ा अंतरराष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय का नामकरण किया है। 
प्रदेश के वन मंत्री संजय राठोड़ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गोरेवाड़ा प्राणी उद्यान के भारतीय सफारी का उद्धाटन 26 जनवरी को करेंगे। 

Created On :   21 Jan 2021 6:56 PM IST

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