उत्तर नागपुर की कई बस्तियों में फैल रहा प्रदूषण

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर विकास के दावों के बीच उत्तर नागपुर की बस्तियों में मूलभूत सेवाओं का अभाव है। स्वच्छता, स्वच्छ पानी की समस्या बनी हुई है। ऐसे में वायु प्रदूषण लोगों को बीमार किए जा रहा है। धूल, धुआं और वाहनों का शोर अनियंत्रित है। यहां की घनी बस्तियों के पास चल रहे ईंट भट्ठों से पूरा परिसर प्रदूषित हो रहा है। प्रशासन से इस ओर ध्यान दिए जाने की गुहार लगायी जा रही है। नारा बस्ती के पास संत गजानन नगर में करीब 5 एकड़ भूमि पर चल रहा ईंट भट्ठा खुलेआम प्रदूषण फैला रहा है। अरुण टाले नामक किसान से किराए पर ली गई जमीन पर पवन व उनके सहयोगी ईंट निर्माण का कार्य कर रहे हैं। इस भट्ठे से फैल रहे प्रदूषण के संबंध में बस्ती के नागरिकों ने तहसीलदार को शिकायत दी है। कार्तिक रारोकर, रामसुमेर पयासी, मनोहर महेशकर, अनिल खंडाले, अनुज गोरखडे, उत्कर्ष टेंभूर्णे, रामसिंह कटरे, राजकुमार नागपुरे सहित अन्य नागरिक िशकायत पत्र दिखाते हुए कहते हैं कि, प्रशासन की ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। भट्ठों से सुबह शाम उठते धुएं से पूरे परिसर का वातावरण धुंधला सा हो जाता है। आंखों में जलन की समस्या आम हो गई है।
दीक्षित नगर पार करने के बाद नारी मार्ग की बस्तियों की स्थिति तो और भी खराब है। कोराडी पावर प्लांट की राख को खसाला ऐश झील में डम्प किया जाता है। लाखों टन राख का भंडारण होता है। अतिवृष्टि के समय यह बांध फूटने से खसाला, म्हसाला, कवठा, खैरी सहित अन्य बस्तियों की खेती बंजर हो गई है। हालांकि इन क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार ने उपाययोजना की घोषणा की है, लेकिन उपाययोजना नहीं की जा सकी है। राख डैम का धुआं अब भी अनियंत्रित है। कोराडी बायपास निर्माणाधीन है। उसके आस-पास कई नए ईंट भट्ठे खुल एए हैं। वहां रात-दिन राख से भरे भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। समता नगर, कामगार नगर की निचली बस्तियों में साफ-सफाई की अव्यवस्था है।
Created On :   15 Jan 2023 5:36 PM IST