कोराडी और खापरखेड़ा में पूरी क्षमता से हो रहा बिजली उत्पादन

Power generation at full capacity in Koradi and Khaparkheda
कोराडी और खापरखेड़ा में पूरी क्षमता से हो रहा बिजली उत्पादन
कोयले की आपूर्ति तेज कोराडी और खापरखेड़ा में पूरी क्षमता से हो रहा बिजली उत्पादन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. कोयले की किल्लत दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने अधिक संख्या में  मालगाड़ियां चलाने का जो प्रयास किया, उसका असर दिखाई दे रहा है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व आेडिशा से अब हर दिन कोयले से भरी रैक पहुंच रही है। एक रैक यानी 59 डिब्बों की पूरी मालगाड़ी होती है, जिसमें 4 हजार मीट्रिक टन कोयला आता है। शुक्रवार को कोराडी आैष्णिक विद्युत केंद्र व खापरखेड़ा औष्णिक विद्युत केंद्र में क्रमश: 8 व 6 रैक पहुंची। दोनों केंद्रों में पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन किया जा रहा है। फिलहाल कोराडी में 47 हजार मीट्रिक टन व खापरखेड़ा में 1 लाख 10 हजार मीट्रिक टन कोयले का स्टॉक है। कोराडी में हर दिन करीब 30 हजार मीट्रिक टन व खापरखेड़ा आैष्णिक विद्युत केंद्र में हर दिन करीब 20 हजार मीट्रिक टन कोयले की जरूरत होती है।  

210 मेगावॉट की यूनिट फिर शुरू 
पिछले चार दिन से खापरखेड़ा की बंद पड़ी 210 मेगावॉट की यूनिट फिर शुरू हुई। बॉयलर ट्यूब लीकेज के कारण इस यूनिट में बिजली उत्पादन बंद था। खापरखेड़ा में 210 मेगावॉट की 4 यूनिट व 500 मेगावॉट की 1 यूनिट है। यहां कच्चा व धुले दोनों कोयले का इस्तेमाल होता है। कोराडी में 660 मेगावॉट क्षमता की 3 यूनिट व 210 मेगावॉट की 1 यूनिट है। यहां केवल धुला हुआ कोयला इस्तेमाल होता है।

 

Created On :   8 May 2022 5:55 PM IST

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