प्रकाश पर्व पर भव्य नगर कीर्तन का आयोजन, आकर्षण का खास केंद्र रहा मार्शल आर्ट “गतका”

prakash parv of Guru Nanak Patsah is being celebrated in all over
प्रकाश पर्व पर भव्य नगर कीर्तन का आयोजन, आकर्षण का खास केंद्र रहा मार्शल आर्ट “गतका”
प्रकाश पर्व पर भव्य नगर कीर्तन का आयोजन, आकर्षण का खास केंद्र रहा मार्शल आर्ट “गतका”

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दुनियाभर में गुरु नानक पात्शाह का प्रकाश पर्व भक्ति भाव में मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में नागपुर के बाबा बुड्‌ढा जी नगर गुरुद्वारा से भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें खास तौर से सिख मार्शल आर्ट गतका आकर्षण का खास केंद्र रहा। इस मौके पर युवाओं के अलावा बच्चों ने भी जौहर दिखाए। महिलाओं का एक दल सबसे आगे सफाई अभियान में जुटा था। साथ ही सैंकड़ों की तादाद में युवा अलग अलग तरह की सेवा करते दिखे। नगर कीर्तन के बीचो बीचे फूलों से सजी पालकी थी। जिसे अलग अलग फूलों के इस्तेमाल से सजाया गया था। पालकी में सिखों के ग्वाहरवें और अंतिम गुरु, गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित थे। जहां श्रद्धालु माथा टेक रहे थे। पालकी साहिब के पीछे बड़े वाहन में प्रसाद वितरण किया जा रहा था। जिसमें कम से कम 20 वॉलेंटियर लोगों को प्रसाद बांट रहे थे। इस दौरान पंजाब से आए विशेष बैंड ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। जो अलग अलग धुनों में बजाया जा रहा था।

कस्तूरचंद पार्क में कीर्तन दरबार

देखा जाए तो नागपुर में सिखों की तादाद ज्यादा है। यहां पड़ोसी राज्यों एमपी की राजधानी भोपाल और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की तुलना में सिखों की जनसंख्या ज्यादा है। यही कारण है कि कामठी रोड इलाके को मिनी पंजाब भी कहा जाता है। नगर कीर्तन में गुरु ग्रंथ साहिब की अगुवाई में श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दिया। इस मौके पर गुरु नानक पात्शाह के उपदेशों का स्मरण कीर्तन के माध्यम से कराया गया। नगर कीर्तन रामदास पेठ गुरुद्वारे में जाकर समाप्त हुआ। इस दौरान गुरुद्वारे के मुख्यमार्ग पर विशाल पंडाल लगाया गया। जहां हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने लंगर ग्रहण किया। आपको बता दें आगामी चार नवंबर को गुरु नानक पात्शाह का आगमन दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर खास कीर्तन दरबार का आयोजन कस्तूरचंद पार्क में होगा। जहां दोपहर दो बजे तक मुख्य आयोजन होगा।

मन की बात में मोदी ने याद दिलाए जीवन के तीन संदेश

इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था कि गुरु नानक पात्शाह सिक्खों के पहले गुरु ही नहीं, बल्कि जगत-गुरु हैं। उन्होंने पूरी मानवता के कल्याण के लिए जाति के भेद को समाप्त किया था। पात्शाह ने सभी को एक समान बताया, खासकर महिला सशक्तिकरण और नारी सम्मान पर जोर दिया था। पीएम ने कहा कि गुरु नानक जी ने 28 हजार किलोमीटर पैदल यात्रा की, लोगों से संवाद किया, उन्हें सच्चाई, त्याग और कर्म-निष्ठा का मार्ग दिखाया। मोदी ने कहा कि गुरु नानक पात्शाह के चलाए लंगर से समानता का भाव जागृत हुआ। मोदी ने कहा कि गुरु जी ने जीवन के तीन संदेश दिए थे, परमात्मा का नाम जपो, मेहनत करो और जरुरतमंदों की मदद करो। पीएम  ने कहा कि साल 2019 में हम गुरु जी का 550 वां प्रकाश पर्व मनाने जा रहे हैं।

Created On :   1 Nov 2017 9:55 PM IST

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