उद्धव गुट के नेता और विधायक रविंद्र वायकर के खिलाफ प्राथमिक जांच शुरु

Preliminary inquiry started against Uddhav faction leader and MLA Ravindra Waikar
उद्धव गुट के नेता और विधायक रविंद्र वायकर के खिलाफ प्राथमिक जांच शुरु
500 करोड़ रुपये के घोटाले आरोप उद्धव गुट के नेता और विधायक रविंद्र वायकर के खिलाफ प्राथमिक जांच शुरु

डिजिटल डेस्क, मुंबई, आशीष सिंह। क्राइम ब्रांच के आर्थिक अपराध शाखा ने उद्धव गुट के नेता और विधायक रविंद्र वायकर के खिलाफ की गई शिकायत पर अपनी प्राथमिक जांच शुरु कर दी है। मुंबई भाजपा नेता किरीट सोमैया ने जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड पर मौजूद बीएमसी पार्क की जमीन पर कब्जा कर उस पर फाईव स्टार होटल बनाने के लिए घोखाधड़ी से मंजूरी प्राप्त करने और बीएमसी को करोडों का नुकसान पहुंचाने को लेकर विधायक रवींद्र वायकर पर 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है।

अभी कोई एफआईआर दर्ज नहीं

आर्थिक अपराध शाखा के आला अघिकारियों के मुताबिक, इस मामले में अभी कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गई है। प्रिमिलिनरी इन्वेस्टिगेशन इसलिए जारी है, कि अगर आरोपों की जांच में साक्ष्य मिलते हैं, तो ईओडब्ल्यू मामला दर्ज करेगी।  प्राथमिक जांच में कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिलने पर मामले की जांच आगे नहीं की जाएगी।

लिखित शिकायत में आरोप लगाए

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने मार्च में मुंबई के आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई अपनी लिखित शिकायत में आरोप लगाए थे कि मुंबई के जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड पर मौजूद 2 लाख वर्ग फुट के प्लाट नंबर 1-बी और 1 सी पब्लिक गार्डन और पार्क बनाने के लिए रिजर्व रखे गए थे। लेकिन उद्धव गुट के नेता और विधायक रविंद्र वायकर ने अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर इस जमीन को हथियाने और अपने बिजनेस पार्टनर्स के साथ मिलकर इस पर एक पांच सितारा होटल बनाने की पूरी साजिश का ताना-बाना रचा, जिसमें बीएमसी के बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट की अवैघ मंजूरी और मिलिभगत से  500 करोड के घोटाले को अंजाम दिया गया और बीएमसी को आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया। भाजपा नेता किरीट सोमैया की शिकायत को आजाद मैदान पुलिस ने इकोनामिक अफेन्स विंग को भेज दिया था।

सभी नियमों का पालन किया- रविंद्र वायकर

रविंद्र वायकर का कहना है कि उन्होंने इस जमीन पर पांच सितारा होटल बनाने के लिए सभी नियमों का पालन किया है और हर विभाग से मंजूरी ली है और उनके पास सारे दस्तावेज मौजूद हैं। रविंद्र वायकर के मुताबिक, उन्हें आर्थिक अपराध शाखा से इस मामले में न कोई समन भेजा गया है और न ही नोटिस। आर्थिक अपराध शाखा बीएमसी के अधिकारियों से पूछताछ करेगी और उसी में सारी चीजे साफ हो जाएंगी।

बीएमसी अधिकारी होंगे तलब!

सूत्रों के मुताबिक, मामले प्राथमिक जांच के लिए आने वाले कुछ दिनों में इकोनामिक अफेंस विंग बीएमसी के अलग-अलग विभागों से जुड़े अधिकारियों को समन कर पूछताछ के लिए बुला सकती है।

Created On :   17 April 2023 9:10 PM IST

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