कांग्रेस की स्थापना का शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी, कांग्रेस का ऐतिहासिक जुड़ाव

Preparation to celebrate centenary celebrations of congress establishment
कांग्रेस की स्थापना का शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी, कांग्रेस का ऐतिहासिक जुड़ाव
कांग्रेस की स्थापना का शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी, कांग्रेस का ऐतिहासिक जुड़ाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस की स्थापना का शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी की जा रही है। सोमवार को कांग्रेस के नेताओं की इस संबंध में बैठक हुई। फिलहाल समारोह की तारीख व स्थल तय नहीं किया गया है। प्रस्तावित तौर पर 26 दिसंबर को यह समारोह देशपांडे सभागृह या भट सभागृह में आयोजित करने की तैयारी है। मनपा में नेता प्रतिपक्ष तानाजी वनवे के कार्यालय में हुई बैठक में पूर्व सांसद गेव आवारी, कांग्रेस सेवादल के संयोजक संगठक कृष्णकुमार पांडे व अन्य कार्यकर्ता थे। आयोजन के संबंध में पालकमंत्री नितीन राऊत व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात को पत्र भेजा गया है।

शहर से रहा है ऐतिहासिक जुड़ाव

गौरतलब है कि कांग्रेस का नागपुर से ऐतिहासिक जुड़ाव रहा है। 28 दिसंबर 1885 को कांग्रेस की स्थापना मुंबई में हुई थी। लेकिन उसके बाद कांग्रेस के 3 महत्वपूर्ण अधिवेशन नागपुर में हुए। स्वतंत्रता के पहले कांग्रेस का पहला अधिवेशन 1891 में नागपुर में हुआ था। उसके बाद दूसरा अधिवेशन 1920 को हुआ। 1920 को नागपुर में हुए दूसरे अधिवेशन का महत्व कांग्रेस ही नहीं देश के लिए काफी मायने रखता है। उस अधिवेशन की अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की थी। कांग्रेस के तत्कालीन सभी बड़े नेता शामिल हुए थे। उस अधिवेशन में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। स्वराज आंदोलन को गति देना, असहयोग आंदोलन की रुपरेखा उन प्रस्तावों में शामिल थी। उसके बाद ही 1923 में जंगल सत्याग्रह, 1925 में सशस्त्र आंदोलन और फिर नमक आंदोलन हुआ। कांग्रेस का तीसरा अधिवेशन 1959 में कांग्रेस नगर में हुआ था। स्वतंत्रता के बाद वह कांग्रेस का पहला अधिवेशन था।

उसी अधिवेशन में इंदिरा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था। कांग्रेस के जानकारों के अनुसार उस अधिवेशन तक इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहा जाता था। वह राजनीतिक मामले में कम ही बोल पाती थी। उस अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरु भाषण दे रहे थे। उन्हें इंदिरा गांधी ने रोक दिया। मंच पर सब चुप हो गए। नेहरु ने इंदिरा गांधी की ओर देखा तो उन्होंने घड़ी की ओर इशारा कर समय का स्मरण कराया। अनुशासन पालन के मामले में इंदिरा गांधी की नई भूमिका सामने आयी थी। धंतोली व बजाज नगर में कांग्रेस के अधिवेशन हुए। धंतोली में फिलहाल कांग्रेसनगर है। कांग्रेस के अधिवेशन के कारण ही वह नामकरण हुआ है।

 

Created On :   14 Dec 2020 7:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story