महाराष्ट्र के 283 विधायकों ने किया मतदान, 4 सदस्य नहीं डाल सके वोट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रपति पद के चुनाव में विधानसभा के 283 सदस्यों ने मतदान किया। जबकि 4 सदस्य अलग-अलग कारणों से मतदान में हिस्सा नहीं ले सके। सोमवार को विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में वोटिंग हुई। विधानमंडल सचिवालय के प्रधान सचिव तथा सहायक चुनाव निर्णय अधिकारी राजेंद्र भागवत ने यह जानकारी दी। राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए पुणे की कस्बापेठ सीट से भाजपा विधायक मुक्ता तिलक व्हीलचेयर के जरिए मतदान के लिए पहुंचीं। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में फिलहाल 287 सदस्य हैं। शिवसेना के विधायक रमेश लटके के निधन के चलते एक सीट रिक्त हैं। इस चुनाव में 283 सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वोट न कर पाने वाले सदस्यों में राकांपा के दो, भाजपा के एक और शिवसेना के शिंदे गुट के एक विधायक का समावेश है। नागपुर की काटोल सीट से राकांपा के सदस्य अनिल देशमुख और मुंबई की अणुशक्ति नगर सीट से राकांपा सदस्य नवाब मलिक जेल में होने के कारण मतदान नहीं कर पाए। वहीं पुणे के पिंपरी-चिंचवड सीट से भाजपा सदस्य लक्ष्मण जगताप गंभीर बीमारी के चलते मतदान के लिए नहीं आ सके। जबकि रायगड की अलीबाग सीट से शिवसेना के शिंदे गुट के विधायक महेंद्र दलवी को निर्वाचन आयोग ने मतदान के लिए अनुमति नहीं थी। दलवी को एक मामले में कोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया था। जिसके बाद चुनाव आयोग में दलवी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके मद्देनजर चुनाव आयोग ने दलवी को मतदान के लिए अनुमति नहीं दी।
इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार सहित अन्य सदस्यों ने मतदान किया। कांग्रेस विधायक नितीन राऊत ने सबसे पहले मतदान किया। हालांकि भाजपा विधायक बबनराव लोणीकर ने कहा कि राऊत ने कतार तोड़कर मतदान किया है। इसलिए मैंने उनके मत को रद्द करने की मांग चुनाव आयोग से की है। लोणीकर ने कहा कि मैं मतदान के लिए एक घंटे तक कतार में खड़ा था। मतदान के लिए मेरा सबसे पहला नंबर था। लेकिन राऊत अचानक आकर बैठ गए और उन्होंने सबसे पहले मतदान किया।
द्रौपदी मुर्मू को 200 से अधिक विधायकों के वोट मिलेंगे
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने विश्वास जताते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को महाराष्ट्र से 200 से अधिक विधायकों के वोट मिलेंगे। पाटील ने कहा कि बीते 10 जून को हुए छह सीटों के राज्यसभा चुनाव में भाजपा के साथ शिवसेना का गठबंधन नहीं था। इसके बावजूद भाजपा को 10 वोट अधिक मिले थे। 20 जून को हुए विधान परिषद की 10 सीटों के चुनाव में भी भाजपा के साथ शिवसेना नहीं था। इसके बावजूद भाजपा ने 22 अतिरिक्त वोट हासिल किए थे। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा को शिवसेना ने समर्थन दिया है। इसलिए हमें पूरा विश्वास है कि द्रौपदी मुर्मू को 200 से अधिक वोट मिलेंगे। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि विपक्ष के कितने वोट टूटेंगे। पर विपक्ष के कुछ विधायक अंतरआत्मा की आवाज सुनकर जरूर द्रौपदी मुर्मू को मतदान करेंगे। इसके जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा के विधायकों के वोट एकजुट हैं। इस चुनाव में विपक्ष के विधायक नहीं टुटेंगे। पटोले ने कहा कि भाजपा को अपने विधायक के टूटने का डर है। इस कारण भाजपा विधायकों को होटल से बस में बैठा कर लाया गया। इसके पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया था कि एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को 200 से अधिक वोट मिलेंगे। शिंदे ने कहा था कि विपक्ष के विधायकों के 15 वोट टूटेंगे।
Created On :   18 July 2022 9:49 PM IST