प्रियंका चतुर्वेदी- जांच एजेंसियों की भाजपा के साथ सांठगांठ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है और सवाल उठाया है कि महाराष्ट्र के गैर भाजपा दलों के नेताओं के खिलाफ ईडी या अन्य जांच एजेंसियों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई से संबंधित कागजात भाजपा नेताओं के पास पहले ही कैसे पहुंच जाते है? उन्होंने आरोप लगाया कि इससे यह साफ है कि भाजपा और जांच एजेंसियों के बीच निश्चित ही सांठगांठ है।
सांसद चतुर्वेदी ने मंगलवार को यहां अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में भाजपा नेता किरिट सोमैया का जिक्र करते हुए कहा कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्वीट करके महाराष्ट्र के गैर भाजपा नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के तथ्यहीन आरोप लगाते रहे है, लेकिन जैसे ही उन नेताओं ने भाजपा का दामन थामा वे अब पूरी तरह शांत हो गए है। उन्होंने पाला बदलने वाले नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा कि शिवसेना के यशवंत जाधव, प्रताप सरनाईक, भावना गवली और अर्जुन खोतकर आदि नेताओं के खिलाफ किरिट सोमैया ने दर्जनों प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्वीट करके मनी लॉन्ड्रिंग, करोडों रुपये की घूस लेना, भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप लगाए, लेकिन जैसे ही वे भाजपा में शामिल हुए, उन सब के दाग धूल गए। चतुर्वेदी ने कहा कि सोमैया ने कृपाशंकर सिंह और नारायण राणे के खिलाफ भी 300 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इनके भाजपा में शामिल होते ही सोमैया ने पूरी तरह चुप्पी साध ली है और जांच एजेंसियों की धार भी कुंद पड़ गई है।
सांसद ने कहा कि जांच एजेंसियों का चुनिंदा लोगों के खिलाफ रवैया भी हैरान करने वाला है। एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ पर जो आरोप है, वहीं भाजपा विधायक राहुल कुल पर भी है, लेकिन कुल को लेकर एजेंसी खामोश है। यह एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि विपक्षी दलों के नेताओं को राजनीति से दूर करने के अलावा अन्य विकल्प नहीं छोड़ने के लिए भाजपा की जांच एजेंसियों का सक्रिय रुप से उपयोग करने की रणनीति है।
Created On :   14 March 2023 8:54 PM IST