एसटी कर्मियों की हड़ताल से ग्रामीण विद्यार्थियों की बढ़ रहीं दिक्कतें

Problems of rural students are regular increasing due to strike of ST workers
एसटी कर्मियों की हड़ताल से ग्रामीण विद्यार्थियों की बढ़ रहीं दिक्कतें
गोंदिया एसटी कर्मियों की हड़ताल से ग्रामीण विद्यार्थियों की बढ़ रहीं दिक्कतें

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। पिछले एक माह से जारी  एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण ग्रामीण इलाकों में रहनेवाले विद्यार्थियों को शाला में आने-जाने को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर निजी वाहनों में यात्रियों को ठूंस ठूंसकर भरे जाने के चलते कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण यात्रियों को मजबूरी में अधिक रुपए देकर निजी वाहनों से सफर करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से सभी नागरिक एसटी कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। यह हड़ताल राज्य सरकार में विलीनीकरण करने की मांग को लेकर की जा रही है। इस मांग को लेकर महाराष्ट्र राज्य परिवहन मंडल के एसटी कर्मचारियों द्वारा पिछले एक माह से बेमियादी आंदोलन किया जा रहे है। जिसकी वजह से विद्यार्थियों सहित आम नागरिकों को आवागमन को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के गरीब नागरिक, खेत मजदूर, किसानों के पास आवागमन के साधन नहीं होने से अधिक रुपए खर्च कर निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। गौरतलब है कि परिवहन महामंडल की एसटी बसों को जीवनवाहिनी के नाम से पहचाना जाता है। लालपरी के जरीये नागरिक विद्यार्थी, नागरिक आवागमन करते हैं। लेकिन एसटी कर्मचारियों की हड़ताल ने सभी की परेशानियों को बढ़ा दिया है। ग्रामीण क्षेत्र से शहर की ओर अध्ययन के लिए जानेवाले विद्यार्थियों के पास आवागमन के साधन नहीं होने से शिक्षा से भी वंचित रहने की नौबत उन पर आन पड़ी है। एसटी कर्मचारियों का आंदोलन खत्म होने का इंतजार विद्यार्थियों द्वारा किया जा रहा है।

Created On :   7 Dec 2021 7:41 PM IST

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