पुणे के गणेश पंडाल को नहीं मिली महाराष्ट्र का सत्ता संग्राम दिखाने की अनुमति

Punes Ganesh Pandal did not get permission to show the power struggle of Maharashtra
पुणे के गणेश पंडाल को नहीं मिली महाराष्ट्र का सत्ता संग्राम दिखाने की अनुमति
आयोजक हटे पीछे पुणे के गणेश पंडाल को नहीं मिली महाराष्ट्र का सत्ता संग्राम दिखाने की अनुमति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूरे देश का ध्यान खीचनेवाले महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष को गणेशोत्सव के दौरान दिखाने की अनुमति पुणे पुलिस ने गणेशोत्सव मंडल को देने से मना कर दिया है। दो साल तक चले कोरोना के प्रकोप के बाद इस बार राज्य भर में धूमधाम से गणेशोत्सव मनाने की तैयारी चल रही है।पुणे के नरेंद्र मित्र मंडल ने गणेशोत्सव के दौरान ‘महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष’ को दिखाने की तैयारी की थी। इसके लिए मंडल ने मूर्तिकार प्रदीप तारु के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व शिवेसना पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे की मूर्तिया तैयार करने का आर्डर दिया था। आर्डर के तहत मूर्तिकार ने प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री शिंदे व शिवसेना पक्ष प्रमुख ठाकरे की मूर्तिया तैयार कर दी। इस बीच गणेशोत्सव के दौरान ‘सत्ता संघर्ष’ के प्रदर्शन की तैयारी का मामला स्थानिय पुलिस स्टेशन में पहुंच गया। इसके बाद पुलिस व मंडल के पदाधिकारियों के बीच चर्चा के बाद निष्कर्ष निकाला गया कि इस प्रदर्शन से तनाव व विवाद की स्थित पैदा हो सकती है। इसलिए अब मंडल ने राज्य के सत्तासंघर्ष को प्रदर्शनी के माध्यम से न दिखाने का फैसला लिया लेकिन पुलिस ने मंडल से कहा कि वह गणेशोत्सव के दौरान चाहे तो दूसरी चीजे दिखा सकते हैं। 

वहीं इस बारे में  पुणे के फरासखाना पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र लांडगे ने कहा कि नरेंद्र मित्र मंडल ने पहले पंडाल की सजावट के लिए अनुमति मांगी थी जिसे पुलिस ने प्रदान कर दी थी। लेकिन इस बीच हमे पता चला कि गणेशोत्सव मंडल राज्य के सत्ता संघर्ष को अपने पंडाल में प्रदर्शित करना चाहता है। इसके बाद मंडल के लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि मूर्तिकार ने उन्हें राज्य के सत्ता संघर्ष को दिखाने का आइडिया दिया था किंतु अब मंडल ने इसे दिखाने से मना कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक पुणे के कोथरुड इलाके के गणेश मंडल ने गणेशोत्सव के दौरान अफजल खान का वध दिखाने की अनुमति मांगी थी शुरुआत में पुलिस ने इसके लिए अनुमति नहीं दी थी किंतु खबर है कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते अब अनुमति दे दी है। 

 

Created On :   28 Aug 2022 2:19 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story