बारिश ने पहुंचाई राहत, बुआई के काम में तेजी

Rain brought relief, sowing work accelerated
बारिश ने पहुंचाई राहत, बुआई के काम में तेजी
झमाझम बारिश ने पहुंचाई राहत, बुआई के काम में तेजी

डिजिटल डेस्क, यवतमाल. जिले में जून माह में औसतन बारिश काफी कम रही। इसके चलते खरीफ सीजन के बुआई के काम प्रभावित हुए हैं। जिस क्षेत्र में कपास की बुआई की गई, यहां दोबारा बुआई की नौबत किसानों पर आई है। जिले के किसान बीते 1 माह से पर्याप्त बारिश की प्रतीक्षा में थे। आखिरकार 1 जुलाई की दोपहर जिले की कई तहसीलों में बारिश ने दस्तक दी। साथ ही रात में कुछ देर तक झमाझम बारिश होने से रूठा हुआ मानसून जिले में मेहरबान दिखाई दे रहा है। एक माह तक बारिश का इंतजार करने पर जुलाई के पहले दिन जगह-जगह हुई बारिश ने राहत दी। इसके चलते जिले बुआई के काम में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल जिले में केवल 60 फीसदी क्षेत्र पर कपास, तुअर और सोयाबीन की बुआई हो पाई है, जिसमें से भी बीते कुछ दिनों में बारिश नहीं होने से 50 फीसदी क्षेत्र पर कपास बीज की दोबारा बुआई के काम में किसान जुट गए है। बीती रात हुई बारिश के चलते जमीन में पर्याप्त नमी बनी है, जिसका लाभ उठाते हुए किसानों ने बुआई के काम तेजी से निपटाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले का कुल बुआई क्षेत्र 9 लाख हेक्टेयर है। इसमें से 4 लाख 50 हजार हेक्टेयर अर्थात आधे क्षेत्र में इस वर्ष कपास की बुआई होने की संभावना है। सोयाबीन का अनुमानित बुआई क्षेत्र 1 लाख 80 हजार हेक्टेयर बताया गया है। कपास और तुअर की बुआई बारिश थोड़ी कम रहने पर भी की जा सकती है। सोयाबीन की बुआई के लिए 100 मिमी बारिश का होना जरूरी होता है। बीते एक माह के इंतजार के बाद अब जिले में कई तहसीलों में 100 मिमी या उससे अधिक बारिश दर्ज होने से सोयाबीन समेत अन्य फसलों की बुआई के काम में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है।

वर्धा में भी बरसे मेघ

वर्धा शहर में शनिवार की रात 8 बजे से मेघों ने बरसना शुरू किया। दो दिन के अंतराल के बाद बारिश शुरू होने से नागरिकों ने राहत की सांस ली। गत दो दिनों से नागरिक उमस से परेशान थे। सभी लोग बारिश की प्रतीक्षा कर रहे थे। गुरुवार की दोपहर 12 बजे से डेढ़ घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई थी। तभी से बारिश नदारद थी। शुक्रवार व शनिवार दिनभर आसमान में बादल छाए रहे किंतु बरसे नहीं। शनिवार की रात 8 बजे से बारिश शुरू होने से नागरिकों ने राहत महसूस की।

अगले 3 से 4 दिन भारी बारिश की चेतावनी

बीते 1 माह से जिले में औसतन 60 फीसदी बारिश दर्ज की गई, जो बीते वर्ष की अपेक्षा में 40 फीसदी कम रही। शुक्रवार की रात झमाझम बारिश होने से हालात में सुधार होता दिखाई दे रहा है। नागपुर प्रादेशिक मौसम विभाग के शनिवार को जारी अनुमान के अनुसार जिले में 4 से 6 जुलाई तक मध्यम तथा भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने किसानों से सावधानी बरतने का आह्वान किया है।

शुक्रवार 1 जुलाई की दोपहर और रात यवतमाल, आर्णी, घाटंजी समेत अन्य तहसीलों में अच्छी बारिश होने की जानकारी प्रशासन ने दी है। साथ ही जिले में यवतमाल, दिग्रस, पुसद, महागांव, वणी, मारेगांव, झरी जामनी, पांढरकवड़ा और घाटंजी तहसीलों में बारिश 100 मिमी या उससे अधिक दर्ज की गई। बाभुलगांव, कलंब, नेर, दारव्हा, उमरखेड़, महागांव और रालेगांव तहसीलों में आज भी पर्याप्त बारिश की प्रतीक्षा है। 

 

Created On :   3 July 2022 3:36 PM IST

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