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पारदर्शिता लाएगी ‘पोर्टेबिलिटी’ योजना, किसी भी दुकान से ले सकेंगे राशन

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राशन दुकानों की मनमानी रोकने व वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने पोर्टेबिलिटी शुरू करने की तैयारी की है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) अंतर्गत राशन दुकानदारों की चल रही मनमानी के कारण अनेक ग्राहकों को अनाज से वंचित रहना पड़ रहा है। कभी दुकानदार दुकानें बंद रखते हैं, तो कभी राशन का कोटा कम आने का बहाना बनाकर अनाज नहीं देते हैं।
दुकानदारों की इस मनमानी पर रोक लगाने के लिए अब सरकार ने राशन की भी ‘पोर्टेबिलिटी’ शुरू करने का निर्णय लिया है। इस दिशा में राशन कार्ड से आधार लिंक कराने को बड़ा आधार माना जाएगा। आधार से लिंक कराने के बाद राशन कार्ड पर आईसीआरडी नंबर मिलेगा। जैसे ही सभी राशन कार्ड से आधार लिंक हो जाएंगे, नागपुर शहर में ‘पोर्टेबिलिटी’ शुरू कर दी जाएगी।
आईसीआरडी नंबर से मिल जाएगा अनाज
राशन लेने वाले अक्सर गरीब और जरूरमंद ही होते हैं, लेकिन इन जरूरतमंदों को राशन देते वक्त दुकानदार तानाशाह बन जाते हैं। मनमानी करने वाले दुकानदारों पर इससे नकेल लगेगी। ‘पोर्टेबिलिटी’ के अनुसार यदि कोई दुकानदार ग्राहक को परेशान करता है या राशन नहीं देता है तो ग्राहक दूसरे राशन दुकान से अनाज उठाने के लिए स्वतंत्र रहेगा। ग्राहक अपना राशन कार्ड दिखाकर दूसरी दुकान से अनाज ले सकेगा। दूसरा दुकानदार उसे मना नहीं कर पाएगा।
आईसीआरडी नंबर देखकर वह ग्राहक को अनाज दे सकता है। कितना और कितने ग्राहकों को उसने अनाज दिया है, इसका ऑनलाइन रिकार्ड अन्न आपूर्ति विभाग में दर्ज होगा। इस दिशा में नागपुर शहर अन्न व आपूर्ति विभाग ने काम शुरू कर दिया है। नागपुर शहर में 2 लाख 95 हजार 788 कार्ड धारकों को राशन का लाभ मिलता है। इसमें से 2 लाख 86 हजार कार्ड अब तक आधार से लिंक हो गए हैं। 9 हजार 788 कार्ड आधार से लिंक होने हैं। दिसंबर तक यह भी लिंक होने की उम्मीद जताई गई है। इसके बाद शहर में राशन की भी ‘पोर्टेबिलिटी’ शुरू की जाएगी।
राशन न देने पर 3 दुकानदारों के लाइसेंस सस्पेंड, एक का रिजेक्ट
राशन वितरण नहीं करना भी अब दुकानदारों के लिए भारी पड़ सकता है। ‘द्वार पहुंच योजना’ अंतर्गत दुकानदारों को हर माह की 15 तारीख के पहले 50 प्रतिशत से अधिक राशन उपलब्ध करा दिया जाता है। दिवाली के पहले इन्हें 70 से 80 प्रतिशत राशन उपलब्ध कराया गया था। बावजूद कुछ दुकानदारों ने राशन का वितरण नहीं किया। ऐसे में 3 दुकानदारों के लाइसेंस सस्पेंड किए और 1 का लाइसेंस रद्द किया गया। जिनका लाइसेंस सस्पेंड हुआ, उसमें एम.जी. साहू मेडिकल चौक, नागपुर जिला सिद्धार्थ कामगार संघ सदर, ओम गणेश कंज्यूमर टेकानाका शामिल है। महाराष्ट्र कंट्रोल कंज्यूमर को-अॉपरेटिव सोसायटी इतवारी का लाइसेंस रद्द किया गया है। कुछ और दुकानदार कार्रवाई की कतार में हैं।
शुरू हुआ ई-पीडीएस का पायलट प्रोजेक्ट
देशभर में राशन कार्ड को आधार से लिंक कराने की मुहिम चल रही है। कोई आधार लिंक के कारण राशन से वंचित न रहे, इसके लिए ई-पीडीएस का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। जिनका आधार लिंक नहीं हुआ है, वे दुकान पर जाकर बायोमीट्रिक पद्धति से भी राशन उठा सकते हैं। ऐसे लोगों के आधार कार्ड की पड़ताल कर दुकान में भी उसे राशन कार्ड से लिंक कराने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा जिनके आधार हैं, लेकिन अंगूठे के निशान नहीं मिल रहे हैं, ऐसे लाभार्थियों के लिए शहर आपूर्ति कार्यालय और महल जोन कार्यालय में किट उपलब्ध करायी है।
उपजिलाधिकारी एवं शहर अन्न व आपूर्ति अधिकारी प्रशांत काले का कहना है कि पीडीएस अंतर्गत 295788 को राशन का लाभ मिलता है। 2 लाख 86 हजार ने अब तक अपना राशन कार्ड आधार से लिंक करा लिया है। हमें उम्मीद है कि दिसंबर तक शेष राशन कार्ड भी आधार से लिंक हो जाएंगे। जिसके बाद शहर में पीडीएस अंतर्गत पोर्टेबिलिटी योजना शुरू कर दी जाएगी। इससे दुकानदारों की मनमानी पर रोक सहित कार्ड धारकों को आसानी से राशन उपलब्ध हो सकेगी।
इन योजनाओं के हैं इतने कार्ड धारक
योजना राशन कार्ड धारक
अंत्योदय 39205
बीपीएल 61852
एपीएल प्राधान्य 193255
केसरी 212428
के. अन्नपूर्णा 1487
सफेद 55931
Created On :   7 Nov 2017 5:40 PM IST