राऊत बोले - पवार पर आंबेडकर संभलकर करें शब्दों का इस्तेमाल, आंबेडकर का पलटवार - मैं उद्धव की बात मानूंगा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सहयोगी वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर के राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को भाजपा का करीबी बताने वाले बयान पर जुबानी जंग छिड़ गई है। आंबेडकर के बयान से शिवसेना और राकांपा दोनों नाराज हो गई है। शुक्रवार को पवार को लेकर शिवसेना सांसद संजय राऊत और आंबेडकर के बीच दिन भर जुबानी जंग चली। सुबह के समय मीडिया से बातचीत में राऊत ने कहा कि पवार के बारे में दिए गए आंबेडकर के बयान से शिवसेना बिल्कुल सहमत नहीं है। राऊत ने नसीहत देते हुए कहा कि आंबेडकर को पवार पर टिप्पणी करते हुए शब्दों का चयन संभलकर करना चाहिए। यदि पवार भाजपा के करीबी होते तो वो ढ़ाई साल पहले भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए महाविकास आघाड़ी की सरकार बनाने में योगदान नहीं देते। राऊत ने कहा कि फिलहाल शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच में गठबंधन हुआ है लेकिन आंबेडकर का महाविकास आघाड़ी के घटक दल राकांपा और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करना शिवसेना को मंजूर नहीं है। राऊत के इस बयान पर आंबेडकर ने करारा जवाब दिया। उन्होंने लातूर में कहा कि राऊत कौन हैं? जो मुझे नसीहत दे रहे हैं। यदि मुझे खुद शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे नसीहत देंगे तो मैं उनकी बात को मान लूंगा। इसके बाद देर शाम को आंबेडकर के बयान पर राऊत ने पलटवार किया। राऊत ने कहा कि मैं कौन हूं? यह उद्धव तय करेंगे। मेरे नेता आंबेडकर नहीं बल्कि उद्धव हैं। फिर भी मैं आंबेडकर का सम्मान करता हूं। मैंने केवल इतना ही कहा है कि कोई ऐसा बयान न दिया जिससे कि महाविकास आघाड़ी में कटुता पैदा हो जाए। शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी में गठबंधन हुआ है। इसलिए मुझे आंबेडकर के बारे में ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। उल्लेखनीय है कि 25 जनवरी को आंबेडकर ने कहा था कि पवार भाजपा के करीबी हैं।
Created On :   27 Jan 2023 8:55 PM IST