राऊत ने कहा - राज्य में फिर से हो सकता है सत्ता परिवर्तन, दूसरी पार्टी में शामिल होने तैयार नहीं हैं विधायक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत ने दावा किया है कि राज्य में फिर से सत्ता परिवर्तन होने वाला है। हालांकि उनके इस बयान को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिवास्वप्न बता कर खारिज कर दिया है। राऊत ने गुरुवार को दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संविधान और कानून के विरोध में कोई फैसला नहीं देंगे और हमें विश्वास है कि 16 विधायक जरूर अपात्र ठहरा दिए जाएंगे। अपनी विधानसभा सदस्यता बचाने के लिए इन विधायकों को दूसरी पार्टी में शामिल होना पड़ेगा, लेकिन इसके बाद वे अपने आप को शिवसैनिक नहीं कह पाएंगे। दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए कितने विधायक मानसिक दृष्टि से तैयार हैं, इसका अंदाजा हमें है। इनमें से कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं। ऐसे हालात में यदि भविष्य में महाराष्ट्र में फिर से सत्ता परिवर्तन होता है तो यह आश्चर्य करने वाली बात नहीं होनी चाहिए।
सरकार को कोई खतरा नहीं: शिंदे
संजय राऊत के बयान पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वे सपने देखते हैं, उन्हें सपनों में जीने दीजिए। राज्य में हमारी सरकार को 166 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लोकसभा में भी 12 सांसदों ने अध्यक्ष को पत्र दिया है। दोनों सदनों में हमारे पास बहुमत होने से सरकार मजबूत स्थिति में है, ऐसे में उन्हें सपने देखते रहने दीजिए। वरिष्ठ भाजपा नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राऊत का नाम लिए बगैर कहा कि उनके बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए हमारे छोटे मोटे प्रवक्ता ही काफी हैं। राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। सरकार अच्छी तरह अपना कार्य कर रही है।
जल्द होगा कैबिनेट विस्तार
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जल्द ही राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। मैंने और देवेंद्र फडणवीस ने राज्य का कामकाज संभालने के बाद किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। डीजल- पेट्रोल सस्ता किया है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अनेक फैसले लिए गए। राज्य के हितों को देखते हुए कई परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार भारी बारिश से प्रभावित किसानों के साथ हैं। सरकार का कामकाज कभी रुका नहीं है और जनता के हितों के काम में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी।
ओबीसी आरक्षण के चलते दिल्ली दौरा
शिंदे ने कहा कि ओबीसी समाज के आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित था, इस वजह से वह तीन से चार बार दिल्ली गए थे। मैंने और उपमुख्यमंत्री ने विशेषज्ञों, वकीलों, संविधान विशेषज्ञों के साथ बैठक की थी। इसके माध्यम से राज्य में ओबीसी समाज को न्याय देने का काम सरकार ने किया है। इसके लिए में सुप्रीम कोर्ट का आभार मानता हूं।
शिवसेना के बुजुर्ग नेताओं से मिले शिंदे
सत्ता के बाद संगठन पर कब्जे की कवायद में जुटे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अब शिवसेना के बुजुर्ग नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने शिवसेना के संस्थापकों में शामिल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता लीलाधर डाके और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी से उनके घर पर जाकर मुलाकात की। शिंदे ने कहा कि शिवसेना को आगे बढ़ाने में इन लोगों का बहुत बड़ा योगदान है और मैंने उन्हें नजदीक से देखा है। वे शुरुआत से ही बाला साहब ठाकरे के साथ रहे। आनंद दिघे और डाके के नजदीकी संबंध थे। बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में उन्होंने शिवसेना को आगे बढ़ाने का काम किया। शिवसेना को आगे बढ़ाने में उनके जैसे कई नेताओं का बड़ा योगदान है। बता दें कि इसके पहले एकनाथ शिंदे ने शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर और रामदास कदम से भी उनके घर जाकर मुलाकात की थी।
Created On :   28 July 2022 9:44 PM IST