राऊत ने कहा - राम मंदिर जमीन खरीद मामले की हो सीबीआई जांच

Raut said - there should be a CBI inquiry into the Ram temple land purchase case
राऊत ने कहा - राम मंदिर जमीन खरीद मामले की हो सीबीआई जांच
राऊत ने कहा - राम मंदिर जमीन खरीद मामले की हो सीबीआई जांच

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सत्तारूढ़ शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन में कथित भ्रष्टाचार का आरोप सीबीआई और ईडी के जांच के लिए उपयुक्त मामला है। राऊत ने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि भाजपा ने प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और परिवहन मंत्री अनिल परब की सीबीआई जांच के लिए प्रस्ताव पारित किया है। राऊत ने कहा कि यदि जमीन खरीदी में भ्रष्टाचार का प्रकरण उजागर करना है तो अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे दीप नारायण द्वारा श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट को बेची गई जमीन की जांच सीबीईआई और ईडी को करनी चाहिए। इसके लिए भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को प्रस्ताव मंजूर करना चाहिए कि अयोध्या जमीन खरीदी भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई और ईडी से की जानी चाहिए। यदि जांच हुई तो सीबीआई और ईडी को बहुत बड़ा घोटाला मिल सकता है। राऊत ने कहा कि सीबीआई और ईडी भाजपा की कार्यकर्ता है क्या? या फिर किसी सेल की प्रमुख है? भाजपा जांच एजेंसियों के महत्व को कम कर रही है। 

अजित पवार-अनिल परब की सीबीआई जांच के प्रस्ताव पर भड़की शिवसेना 

राऊत ने कहा कि अगर अजित पवार और अनिल परब के खिलाफ कोई आरोप है तो उसके लिए राज्य की एजेंसियां जांच के लिए सक्षम हैं। राऊत ने कहा कि भाजपा को इस तरीके का बर्ताव रोकना चाहिए। यदि भाजपा को लगता है कि सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करके उनकी सरकार आ जाएगी तो वह अंधेरे में तीर मार रही है। राज्य में अगले तीन सालों तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने पद पर कायम रहेंगे। प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के ठिकानों पर ईडी के छापेमारी के सवाल पर राऊत ने कहा कि यह पूरी तरह से राजनीतिक मामला नजर आ रहा है। 

प्रदेश भाजपा की ओर से 25 जून को आपातकाल लागू होने के दिन को काला दिवस के रुप में मनाने के सवाल पर राऊत ने कहा कि अब आपातकाल को भूल जाना चाहिए। राऊत ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साल 1975 में सीधे आपातकाल लागू किया था। अब लोग कहते हैं कि अप्रत्यक्ष आपातकाल लागू किया जाता है। राऊत ने कहा कि आपातकाल में कुछ गलतियां जरूर हुई थी लेकिन कुछ अच्छाई भी थी। 

Created On :   25 Jun 2021 9:20 PM IST

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